बरेली से चुनकर पहली बार संसद पहुंचे हैं छत्रपाल गंगवार
छत्रपाल सिंह पहली बार बरेली से सांसद चुने गए हैं। छत्रपाल ने सपा प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन को 35000 से अधिक वोटों से हराया था। छत्रपाल सिंह गंगवार सांसद बनने से पहले बरेली की बहेड़ी विधानसभा से भाजपा के विधायक और योगी सरकार में राजस्व राज्य मंत्री रह चुके हैं। सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने मंगलवार को संसद में लोकसभा सदस्य के रूप में हिंदी में शपथ ली। शपथ लेने के बाद जाते-जाते उन्होंने ‘जय हिंदू राष्ट्र, जय भारत’ का नारा लगाया। आरएसएस की पृष्ठभूमि के नेता छत्रपाल सिंह गंगवार के इस नारे के बाद विपक्षी सांसदों ने संसद में हंगामा शुरू कर दिया और इसे संविधान विरोधी कृत्य बताया।
छत्रपाल सिंह पहली बार बरेली से सांसद चुने गए हैं। छत्रपाल ने सपा प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन को 35000 से अधिक वोटों से हराया था। छत्रपाल सिंह गंगवार सांसद बनने से पहले बरेली की बहेड़ी विधानसभा से भाजपा के विधायक और योगी सरकार में राजस्व राज्य मंत्री रह चुके हैं। सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार ने मंगलवार को संसद में लोकसभा सदस्य के रूप में हिंदी में शपथ ली। शपथ लेने के बाद जाते-जाते उन्होंने ‘जय हिंदू राष्ट्र, जय भारत’ का नारा लगाया। आरएसएस की पृष्ठभूमि के नेता छत्रपाल सिंह गंगवार के इस नारे के बाद विपक्षी सांसदों ने संसद में हंगामा शुरू कर दिया और इसे संविधान विरोधी कृत्य बताया।
संसद में दूसरे देश का नाम लेने पर भाजपा सांसदों ने किया ओवैसी का विरोध
हैदराबाद सीट से पांचवीं बार निर्वाचित ओवैसी ने उर्दू में शपथ ली। शपथ लेने से पहले उन्होंने एक दुआ भी पढ़ी। शपथ लेने के बाद उन्होंने अपने राज्य तेलंगाना और बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रशंसा की। मुस्लिमों को लेकर नारा बुलंद किया। उन्होंने शपथ के बाद जय भीम, जय मीम के बाद जय तेलंगाना और जय फिलिस्तीन का नारा लगाया। सत्ता पक्ष के सांसदों ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि संसद में किसी दूसरे देश का नाम लेना उचित नहीं है। नारों को संसद की कार्यवाही से अलग किये जाने की भी मांग की गई। बहरहाल इसको लेकर सदन का माहौल काफी गरम रहा।
हैदराबाद सीट से पांचवीं बार निर्वाचित ओवैसी ने उर्दू में शपथ ली। शपथ लेने से पहले उन्होंने एक दुआ भी पढ़ी। शपथ लेने के बाद उन्होंने अपने राज्य तेलंगाना और बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रशंसा की। मुस्लिमों को लेकर नारा बुलंद किया। उन्होंने शपथ के बाद जय भीम, जय मीम के बाद जय तेलंगाना और जय फिलिस्तीन का नारा लगाया। सत्ता पक्ष के सांसदों ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि संसद में किसी दूसरे देश का नाम लेना उचित नहीं है। नारों को संसद की कार्यवाही से अलग किये जाने की भी मांग की गई। बहरहाल इसको लेकर सदन का माहौल काफी गरम रहा।