बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता लेने के बाद लखनऊ से लौट रहे सैयद आबिद अली ने कहा कि 2019 के चुनाव की तरह 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में समाजवादी पार्टी ने आंवला लोकसभा सीट पर बाहरी उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इससे स्थानीय कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल है। बीते कुछ दिनों से अखिलेश यादव की पार्टी सपा की मीटिंग में जिस तरह आपसी मतभेद, गुटबाजी, खींचतान देखने को मिल रही है, उससे वह आहत थे। सैयद आबिद अली ने बताया कि उन्हें नहीं लग रहा था कि समाजवादी पार्टी इस सीट को जीतने में सक्षम है। इसलिए उन्होंने मायावती के साथ जाने का मन बनाया। हालांकि, आबिद अली ने कहा कि उन्होंने बसपा से किसी टिकट की मांग नहीं की है। वह अब बसपा के सिपाही हैं, उन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी उसे निभाएंगे।
बता दें, आबिद अली (Abid Ali) 2012 के निकाय चुनाव में आईएमसी के टिकट पर चुनाव जीतकर चेयरमैन बने थे। बाद में सपा का हाथ थाम लिया। 2017 में वे समाजवादी पार्टी के टिकट पर पालिका अध्यक्ष पद का चुनाव लड़े लेकिन बीजेपी के संजीव सक्सेना ने उन्हें हरा दिया। पिछले साल हुए निकाय चुनावों में वे एक बार फिर सपा के टिकट पर नगर पालिका के चेयरमैन चुने गए।