जातिसूचक शब्दों से करते हैं संबोधित
मीरगंज के गांव लाभारी के रहने वाले बंटी पुत्र बिशम्भर दयाल ने अपने प्रार्थना पत्र में कहा कि वह मीरगंज थाने में चौकीदार हैं। थाने के एक दरोगा उनसे अपने निजी काम करवाते हैं। बर्तन, कपड़े धुलवाना, जूते साफ करवाना काम करवाते हैं। जब वह इन सबका विरोध करता है तो उसे धमकाते हैं। उसे जातिसूचक शब्दों से संबोधित करते हैं। आरोप है कि उसे जान से मारने की धमकी भी दी है।
मीरगंज के गांव लाभारी के रहने वाले बंटी पुत्र बिशम्भर दयाल ने अपने प्रार्थना पत्र में कहा कि वह मीरगंज थाने में चौकीदार हैं। थाने के एक दरोगा उनसे अपने निजी काम करवाते हैं। बर्तन, कपड़े धुलवाना, जूते साफ करवाना काम करवाते हैं। जब वह इन सबका विरोध करता है तो उसे धमकाते हैं। उसे जातिसूचक शब्दों से संबोधित करते हैं। आरोप है कि उसे जान से मारने की धमकी भी दी है।
एसएसपी से की शिकायत
चौकीदार का आरोप है कि वह अपने निजी कामों में व्यस्त रखते हैं। वह कहता है कि अपके निजी काम करने के लिए मैं नौकरी नहीं करता हूं न ही ये मेरा काम है। इस पर दरोगा उसे स्मैक, गांजा, शराब आदि गैरकानूनी कामों में फंसाकर जेल में सड़वाने की धमकी देते हैं। उसने बताया कि करीब ढाई माह से दरोगा उसे अपनी जिप्सी के साथ रखते हैं। जहां जाते हैं तो उसे धोबी कहकर अपमानित करते हैं। वह परेशान है। उसने एसएसपी को शिकायत करके कर्रवाई की मांग की है।
चौकीदार का आरोप है कि वह अपने निजी कामों में व्यस्त रखते हैं। वह कहता है कि अपके निजी काम करने के लिए मैं नौकरी नहीं करता हूं न ही ये मेरा काम है। इस पर दरोगा उसे स्मैक, गांजा, शराब आदि गैरकानूनी कामों में फंसाकर जेल में सड़वाने की धमकी देते हैं। उसने बताया कि करीब ढाई माह से दरोगा उसे अपनी जिप्सी के साथ रखते हैं। जहां जाते हैं तो उसे धोबी कहकर अपमानित करते हैं। वह परेशान है। उसने एसएसपी को शिकायत करके कर्रवाई की मांग की है।