ये हुई अपील
आला हजरत के पीरखाना मारहरा शरीफ के सज्जादानशीन रफीक ए मिल्लत हज़रत नजीब मियां ने उर्स के मंच से मुसलमानो को पैगाम देते हुए कहा कि मुल्क में अयोध्या मसले पर बड़ा फैसला आने वाला है। अगर फैसला तुम्हारे हक़ में आये तो खुदा का शुक्र और हक़ में न आये तो सब्र करना । किसी भी सियासी लोगों के भड़काने में हरगिज़ मत आना, सड़को पर मत उतरना । हर हाल में मुल्क में अमन कायम रखना । यहीं पैगाम खानकाह ए मारहरा का है और यही पैगाम खानकाह ए बरेली का है।
आला हजरत के पीरखाना मारहरा शरीफ के सज्जादानशीन रफीक ए मिल्लत हज़रत नजीब मियां ने उर्स के मंच से मुसलमानो को पैगाम देते हुए कहा कि मुल्क में अयोध्या मसले पर बड़ा फैसला आने वाला है। अगर फैसला तुम्हारे हक़ में आये तो खुदा का शुक्र और हक़ में न आये तो सब्र करना । किसी भी सियासी लोगों के भड़काने में हरगिज़ मत आना, सड़को पर मत उतरना । हर हाल में मुल्क में अमन कायम रखना । यहीं पैगाम खानकाह ए मारहरा का है और यही पैगाम खानकाह ए बरेली का है।
अहसन मियां ने की दुआ
मारहरा शरीफ के ही सज्जादानशीन अमीन मियां ने हज़रत नजीब मियां के बयान की ताईद करते हुए कहा कि मुसलमानों के दो बड़े हथियार सब्र और शुक्र है इसको हरगिज़ नही छोड़ना । कुरान और हदीस की तालीमात पर अमल करते मसलक ए आला हज़रत पर मज़बूती से कायम रहना । उन्होंने पानी बचाने और बच्चों को दीनी और दुनियावी तालीम दिलाने की अपील की। दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने दुआ की शुरुआत ये शेर से की ” जान देकर भी उसूले वफ़ा छोड़ सकते नही, मर तो सकते हैं लेकीन उनसे वफा छोड़ सकते नही” । मुल्क में अमन ओ सुकून की दुआ के साथ तमाम खानकाहों में इत्तेहाद की अपील की । मुसलमानों की खुशहाली के लिए ख़ास दुआ की।
मारहरा शरीफ के ही सज्जादानशीन अमीन मियां ने हज़रत नजीब मियां के बयान की ताईद करते हुए कहा कि मुसलमानों के दो बड़े हथियार सब्र और शुक्र है इसको हरगिज़ नही छोड़ना । कुरान और हदीस की तालीमात पर अमल करते मसलक ए आला हज़रत पर मज़बूती से कायम रहना । उन्होंने पानी बचाने और बच्चों को दीनी और दुनियावी तालीम दिलाने की अपील की। दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने दुआ की शुरुआत ये शेर से की ” जान देकर भी उसूले वफ़ा छोड़ सकते नही, मर तो सकते हैं लेकीन उनसे वफा छोड़ सकते नही” । मुल्क में अमन ओ सुकून की दुआ के साथ तमाम खानकाहों में इत्तेहाद की अपील की । मुसलमानों की खुशहाली के लिए ख़ास दुआ की।