टीएसआई को टीआई का कार्यभार दे दिया गया था
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के बजाए एसपी ट्रैफिक शिवराज के आने के बाद कुछ विभागीय मुद्दों पर ध्यान दिया जा रहा था। कई टीएसआई को नियमों को नजरअंदाज करते हुए ट्रैफिक इंस्पेक्टर (टीआई) का चार्ज दे दिया गया था, जबकि टीएसआई की तैनाती विशेष प्रशिक्षण के बाद की जानी चाहिए थी। इस पर तत्कालीन एडीजी ट्रैफिक बीडी पॉलसन ने दोबारा पत्र जारी कर नाराजगी जताई थी।
हेड कांस्टेबल से सीधे बने इंस्पेक्टर, बिना प्रशिक्षण के
ट्रैफिक पुलिस में हेड कांस्टेबल के रूप में तैनात केशव दत्त, नंद किशोर, और बलेंद्र सिंह को हाल ही में सब-इंस्पेक्टर के पद पर प्रमोशन मिला था। नियमों के अनुसार, टीएसआई को सीतापुर के एपीटीसी (प्रशिक्षण) कोर्स के बाद यातायात निदेशालय से नियुक्ति मिलनी चाहिए थी। लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने बिना प्रशिक्षण के ही इन तीनों को टीआई के पदों पर तैनात कर दिया था।