एडीजी और एसएसपी के आदेश पर एक ही मामले में दो प्रार्थना पत्रों की जांच कर रहे हैं एसपी सिटी
बिहारीपुर खत्रियान के रहने वाले संतोष कुमार टंडन पुत्र गणेश प्रसाद ने एडीजी कानून व्यवस्था से मामले की शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि माडल टाउन के रहने वाले चरन कमल जीत सिंह उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इसकी जांच एसएसपी के आदेश पर एसपी सिटी कर रहे हैं। दूसर शिकायत प्रियंका टंडन ने एसएसपी से तीन दिन पहले की थी। कहा कि उनके पिता का देहांत हो चुका है। फरीदापुर चौधरी की जमीन को भूमाफियाओं ने दस सितंबर को रजिस्ट्री आफिस में 1, करोड़ 75 लाख रुपये एग्रीमेंट कराया। डुप्लीकेट संतोष कुमार टंडन को 25 लाख रुपये एडवांस दिये। फर्जी एग्रीमेंट अर्पित अग्रवाल पुत्र अजय कुमार अग्रवाल निवासी 83 मोहल्ला डोरी लाल पीलीभीत, नितेन्द्र नाथ मिश्रा पुत्र राघवेन्द्र नाथ मिश्रा नि० मकान नं0 44 मोहल्ला केशरी सिंह पीलीभीत, पुरुषोत्तम गंगवार पुत्र वतन लाल गंगवार निवासी डी डबल स्टोरी फैक्ट्री स्टेट शाहजहांपुर, अंकुर कुमार जैसवार पुत्र करन सिंह जैसवार निवासी दमूपुरा तहसील बीसलपुर पीलीभीत, राजकुमार पुत्र ठाकुर दास निवासी ग्राम पटनिया तहसील बीसलपुर पीलीभीत, ओम प्रकाश पुत्र तोताराम निवासी ग्राम मुसरहा बीसलपुर पीलीभीत ने गवाह नन्हे अहमद पुत्र कल्लन मोहल्ला करमपुर चौधरी, नरवीर वर्मा पुत्र नन्दराम वर्मा धनेली शाही ने किया।
एग्रीमेंट कराने और निरस्त कराने आया संतोष टंडन, अब हो गया फरार
डुप्लीकेट संतोष टंडन ने अर्पित अग्रवाल को दस सितंबर 24 को एग्रीमेंट कराया था। धमकी देने के मामले में जब बारादरी पुलिस ने अर्पित अग्रवाल के ड्राइवर पीलीभीत में सुनगढ़ी के रूपपुर कमालू गांव के रंजीत यादव को गिरफ्तार किया। जिस पर कार्रवाई से बचने के लिये अर्पित अग्रवाल और उनके धोखेबाज पार्टनरों ने नौ नवंबर को संतोष टंडन से एग्रीमेंट कैंसिल करवा दिया। इससे पहले भी वह डुप्लीकेट संतोष टंडन को लेकर पुलिस अफसरों के पास चक्कर लगा रहे थे। मृत्यु प्रमाण और फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद संतोष टंडन फरार हो गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक डुप्लीकेट संतोष टंडन दूसरे समुदाय का बताया जा रहा है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।