सुब्हानी मियां ने दी दावत दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स ए रज़वी में शिरकत के लिए पूरी दुनिया मे इश्तेहार (पोस्टर) के जरिये ही प्रोग्राम की सूचना भेजी जाती है। आला हजरत फाज़िले बरेलवी मारहरा शरीफ से सय्यद आले रसूल से मुरीद थे। इसी वजह से हर साल दरगाह आला हजरत प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां खुद वहाँ के सज्जादागान को दावत देने जाते है। मारहरा शरीफ के सज्जादागान सय्यद अमीन मियां और सय्यद नज़ीब मियां को सुब्हानी मियां ने उर्स में आने की दावत दी। साथ ही मारहरा शरीफ में चल रहे उर्स ए क़ासमी में भी शिरकत की।
तैयारियां तेज इस्लामिया मैदान में होने वाले उर्स के कार्यक्रम के लिए तैयारियां अंतिम चरण में है। इस्लामिया मैदान में एक नवंबर को आला हजरत की लिखी किताबों की प्रदर्शनी भी लगेगी।किताबों की प्रदर्शनी, पंडाल, स्टेज, बुजु खाना, शौचालय आदि की तैयारिया तेज़ी से चल रही है। व्यवस्था में टीटीएस के हाजी जावेद खान, नासिर कुरैशी, परवेज़ खान नूरी, औरंगज़ेब नूरी, ताहिर अल्वी, मंज़ूर रज़ा, हाजी अब्बास नूरी, आसिफ रज़ा, अदनान रज़ा, वसीम अकरम आदि लगे है।