राइस मिलर का फर्जीवाड़ा : मृतक के डुप्लीकेट से भी कर लिया उधारी का वादा
50 लाख रुपये की ठगी दिखाकर बरेली के पुलिस अधिकारियों से सहानुभूति बटोरने वाले पीलीभीत के राइस मिलर अर्पित अग्रवाल अपने बुने जाल में फंसते जा रहे हैं। एडीजी को रिश्तेदार और बरेली मंडल के एक मंत्री को अपना करीबी बताकर वह धोखाधड़ी की एफआईआर कराने में तो कामयाब हो गये हैं, लेकिन लिखा पढ़ी में उन्होंने इतनी गलतियां कर डाली हैं कि बरेली के ईमानदार अफसर चाहकर भी उन्हें बचा नहीं पाये हैं। कुछ लोगों के झांसे में आकर उन्होंने नकली संतोष टंडन को असली जानकर उससे सात करोड़ की जमीन का बैनामा करा लिया। यहां तक तो ठीक था, लेकिन जमीन के लालच में इसके बाद उन्होंने गलतियों पर गलतियां शुरू कर दीं।पहली गलती : ड्राइवर के मोबाइल व्हाटसएप से माडल टाउन के कारोबारी चरन जीत सिंह को धमकी दी
दूसरी गलती : मृतक संतोष टंडन को ले जाकर एग्रीमेंट कैंसिल कराया, लेकिन संतोष टंडन को पुलिस अधिकारियों को नहीं सौंपा
तीसरी गलती : मृतक के डुप्लीकेट पर इतना भरोसा कि रशीद लिखकर उस पर 50 लाख उधार कर लिया, दो माह में लेने का वादा
चौथी गलती : छह पार्टनरों में दो अर्पित, नितेंद्र वादी बन गये, तीन को आरोपी बना दिया, एक राइस मिलर के बेटे को पिक्चर से गायब कर दिया