अस्पताल को स्थानांतरित करने में लग रहा समय:
डॉ. रवि खन्ना ने बताया कि अस्पताल 25 साल पहले स्थापित हुआ था, जब नियमों की इतनी स्पष्टता नहीं थी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आग से बचाव के सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, एनआईसीयू को स्थानांतरित करने में समय लग रहा है क्योंकि इसमें कई संवेदनशील उपकरण हैं। उन्होंने बीडीए से कुछ और समय देने का अनुरोध किया है।
बेसमेंट में चिकित्सा सेवाओं पर प्रतिबंध
नियमों के अनुसार बेसमेंट में ओपीडी, आईसीयू, ऑपरेशन थिएटर और एनआईसीयू जैसी चिकित्सा गतिविधियों का संचालन प्रतिबंधित है। हाल ही में दिल्ली, लखनऊ और झांसी में हुए कुछ हादसों के बाद इस नियम को सख्ती से लागू किया जा रहा है।
अस्पताल को ध्वस्त करने की चेतावनी
बरेली विकास प्राधिकरण द्वारा अस्पताल के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बेसमेंट में ओपीडी, एनआईसीयू और मेडिकल स्टोर जैसी सेवाएं संचालित हो रही हैं। इस पर बीडीए ने गंभीर आपत्ति जताते हुए डॉ. रवि खन्ना को नोटिस जारी किया है। बीडीए ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में बेसमेंट में कोई भी चिकित्सा सेवा संचालित होती पाई गई, तो अस्पताल को सील करने या ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।