शनिवार को विकास भवन सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति, जिला गंगा समिति की बैठक हुई। नगर निगम द्वारा सथरापुर में निर्माणाधीन सालिड वेस्ट प्लांट के चारों साइनेज बोर्ड एक सप्ताह में लगाने को कहा। साथ ही सथरापुर में निर्माणाधीन सॉलिड वेस्ट प्लांट के चारों ओर सप्ताह भर में 200 मीटर का बफरजोन निर्धारित करने के निर्देश दिए। ताकि वहां कोई निर्माण कार्य न हो।
बाकरगंज में शेष 42 हजार टन कूड़े का निस्तारण जून तक, तीन सौ टन/प्रति प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन वेस्ट जनित करने वाली इकाईयों के चिह्नांकन, ई-वेस्ट का निस्तारण करने वाली एजेंसी के सत्यापन, रामगंगा नदी में फ्लड प्लेन एरिया का निर्धारण मार्च 2025 तक पूरा कराने के निर्देश दिए। सुपीरियर इंडस्ट्रीज द्वारा वन क्षेत्र में गंदा पानी छोड़ने की जानकारी पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। आचार संहिता के बाद बड़े विभागों के माध्यम से गंगा महाआरती का आयोजन रामगंगा नदी के चौबारी घाट में कराने को कहा।
वर्ष-2023 में रोपित पौधों के बारे में जिन विभागों की सत्यापन रिपोर्ट में पौधों की जीवितता 80 प्रतिशत से कम है वे विभाग एवं उनके सत्यापन अधिकारी संयुक्त रूप से एक बार दोबारा स्थलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को रामगंगा नदी के किनारे पौधारोपण, बर्ड वाचिंग, बोटिंग आदि गतिविधियां कराने के लिए स्थान चिह्नित करने को कहा। बैठक में सीडीओ जग प्रवेश, डीएफओ दीक्षा भंडारी, जिला पंचायत राज अधिकारी धर्मेंद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी दिनेश कुमार यादव, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण तेजवंत सिंह, जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक, क्षेत्रीय अधिकारी उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आदि मौजूद रहे।