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Lucknow: मुन्ना भाई बन तो गए दरोगा लेकिन पोल खुली तो…. जानें क्या है पूरा मामला उधर, पुलिस का कहना है कि सनईया रानी गांव में ओमकार यादव के घर के बाहर एक शौचालय बना हुआ है। जिसे कभी-कभी स्वजन प्रयोग करते हैं। बताया गया कि सोमवार की सुबह जब ओमकार की पत्नी धारावती शौचालय में गई तो उसने देखा कि सीट में नवजात बच्चे का शव फंसा हुआ था। जिसे देखकर उसकी चीख निकल गई। आवाज सुनते ही मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। लोगों का कहना था कि शव नवजात बच्ची का है। लोगों का अनुमान है कि किसी ने बच्ची को फ्लश करने की कोशिश की तो वहीं कुछ का कहना है कि यह किसी अविवाहित की बच्ची है। पूरे शौचालय में खून के चिथड़े भी पड़े हुए है। जिसकी वजह से लोगों का कहना है कि शायद डिलीवरी शौचालय में ही कराई गई है।
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UP के टॉप टेन हिस्ट्रीशीटर पर CM योगी की बड़ी कार्रवाई, लाखों की कीमत का मकान कुर्क फ्लश करने की कोशिश पुलिस के मुताबिक, बताया जाता है कि नवजात बच्ची को हत्यारोपियों ने सीट में फेंकने की योजना बनाई लेकिन सिर बड़ा होने की वजह से नहीं जा सका और वह पाट में फंसा हुआ था। जिसके बाद भी हत्यारोपियों की कोशिश यही थी कि उसे फ्लश कर दिया जाए। लोगों का कहना है कि यदि सिर पाट में नहीं फंसा हुआ होता तो पानी निकल जाता। क्योंकि सीट में पानी भरा हुआ है। मगर पानी भरा होने से यह स्पष्ट है कि नवजात को सीट में फेंकने के बाद ही पानी को डाला गया था। यानी उसे फ्लश करने की कोशिश की गई थी।