यह भी पढ़ें पीलीभीत स्वाधार गृह में छापा, मिलीं अनियमितताएं पिछले साल हुआ था बवाल दरअसल पिछले साल सावन के महीने में बरेली के अलीगंज थाना क्षेत्र के खेलम गाँव में कांवड़ यात्रा के रास्ते को लेकर साम्प्रदायिक तनाव हो गया था। इसके बाद प्रशासन ने कठोर कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों के लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। इस बार सावन माह में कोई खुराफात न हो, इसके चलते 445 लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की गई है। गाँव के लोगों पर गुंडा एक्ट, 107 – 16 और रेड कार्ड भी जारी किए गए है। जिसका असर यह हुआ कि कार्रवाई के डर से गाँव के रहने वाले मुसलमान गाँव छोड़ कर चले गए हैं।
यह भी पढ़ें BIG NEWS देवरिया शेल्टर होम के बाद पीलीभीत में बड़ा खुलासा गाँव में फ़ोर्स तैनात इन दिनों खेलम गॉव की गलियों में सन्नाटा पसरा पड़ा है और घरों पर ताले लटक रहें है। गॉव में रहने वाले लोग कम पुलिस के जवान ज्यादा दिख रहे हैं। पिछले साल की घटना से सबक लेते हुए प्रशासन ने इस बार दोनों समुदय के लोगों को लाल कार्ड जारी करते हुए चेतावनी दी गई है कि गॉव में निकलने वाली कांवड़ यात्रा में कोई बवाल हुआ तो इन्हीं के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसी कार्यवाही के डर से खेलम गॉव में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग घरों में ताला लगाकर गॉव छोड़कर चले गए हैं। गाँव से तमाम मुस्लिम परिवार घरों में ताला डालकर कही चले गए हैं। गॉव में रहने वाले मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि जब ये लोग गाँव में नहीं रहेंगे तो इनका नाम भी नहीं आएगा।
यह भी पढ़ें नाथ नगरी में निकली महाकाल की पालकी, देखें तस्वीरें पहले गाँव में थी शांति गाँव के रहने वाले बुजुर्ग टीकाराम का कहना है कि ऐसा माहौल पहले कभी नहीं रहा। गाँव में सभी लोग मिलजुल कर त्योहार मनाते थे।अब नई पीढ़ी के लोग मजहब के नाम पर लड़ने लगे हैं। इस मामले पर एसपी ग्रामीण डॉक्टर सतीश कुमार का कहना है कि पिछले साल गाँव में बवाल हुआ था, जिसके कारण जो संदिग्ध लोग हैं उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्यवाही की गई है।