सड़कों की गुणवत्ता ठीक होने पर ही होगा भुगतान
नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि सड़कों की गुणवत्ता संतोषजनक पाए जाने के बाद ही ठेकेदारों को भुगतान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इंजीनियरों की निगरानी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगर निगम में नई व्यवस्था लागू करते हुए उन्होंने निरीक्षण का सिलसिला शुरू किया है, जिसमें वह सुबह 10 बजे से पहले ही विभिन्न वार्डों में पहुंचकर सड़कों की स्थिति की जांच कर रहे हैं। शनिवार को किए गए औचक निरीक्षण में नगर आयुक्त ने निर्माणाधीन सड़कों के साथ-साथ पहले से बनी सड़कों की गुणवत्ता की भी जांच की। कुछ स्थानों पर सड़कों को खुदवाकर उनकी सामग्री की गुणवत्ता को परखा गया, जिसके बाद संबंधित अभियंताओं को मौके पर बुलाकर कार्रवाई की गई।
नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि सड़कों की गुणवत्ता संतोषजनक पाए जाने के बाद ही ठेकेदारों को भुगतान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इंजीनियरों की निगरानी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगर निगम में नई व्यवस्था लागू करते हुए उन्होंने निरीक्षण का सिलसिला शुरू किया है, जिसमें वह सुबह 10 बजे से पहले ही विभिन्न वार्डों में पहुंचकर सड़कों की स्थिति की जांच कर रहे हैं। शनिवार को किए गए औचक निरीक्षण में नगर आयुक्त ने निर्माणाधीन सड़कों के साथ-साथ पहले से बनी सड़कों की गुणवत्ता की भी जांच की। कुछ स्थानों पर सड़कों को खुदवाकर उनकी सामग्री की गुणवत्ता को परखा गया, जिसके बाद संबंधित अभियंताओं को मौके पर बुलाकर कार्रवाई की गई।
निर्माण विभाग में मची खलबली नगर आयुक्त की इस सख्त कार्रवाई से निर्माण विभाग और ठेकेदारों में खलबली मच गई है। सफाई व्यवस्था को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई है, क्योंकि किसी को पता नहीं होता कि नगर आयुक्त किस वार्ड में निरीक्षण के लिए पहुंच जाएंगे। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य ने कहा कि शहर में विकास कार्य और सरकारी योजनाएं जनता की सुविधा के लिए लागू की जाती हैं, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जनता को इन योजनाओं से पूरा लाभ मिले। उन्होंने विभागों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि समय-समय पर निरीक्षण होते रहेंगे और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।