महिला थाने में पुलिसकर्मी तैनात महिला थाने में ज्यादातर महिला पुलिस कर्मियों की ही तैनाती होती है महिलाओं की समस्याओं को सुनने के लिए थाने पर महिला पुलिस कर्मी ही तैनात होती हैं, जबकि हंगामा, मारपीट और मुल्जिम को पकडऩे में मदद के लिए थाने में कुछेक पुरुष दरोगा पोस्ट किए जाते हैं। जिनकी संख्या थाने में केवल 20 प्रतिशत ही रहती है लेकिन जिले के महिला थाने में भी ज्यादातर पुरुष पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए हैं। नतीजतन महिलाएं अपनी समस्याओं को पुरुष पुलिस कर्मियों के सामने कहने से कतराने लगी हैं। इससे पीडि़त महिलाओं की काउंसलिंग में भी दिक्कतें होने लगी हैं। ऐसे हालात में महिलाओं को न्याय दिला पाना मुश्लिक हो रहा था। अब एसएसपी महिला थाने में इंस्पेक्टर इन्द्र कुमार को भी पोस्ट कर दिया है।
स्टाफ की कमी
महिला थाने में शासन से स्वीकृत पदों में एक इंस्पेक्टर, छह एसआई, 30 आरक्षी के पद है लेकिन वर्तमान में महिला थाने पर एक पुरुष इंस्पेक्टर, एक-एक महिला एसआई व तीन पुरुष एसआई व अन्य स्टाफ तैनात है। विभागीय जानकारों की मानें तो महिला थाने पर प्रत्येक माह 40 से 45 शिकायतें दर्ज होती हैं। जनवरी से अब तक लगभग 38 शिकायतें थाने में पहुंची थीं। कई मामलों में स्टाफ की कमी की वजह से दूसरे जिलों में भी दूसरे पक्ष को बुलाने के पत्र नहीं पहुंचाए जा सके हैं।
महिला थाने में शासन से स्वीकृत पदों में एक इंस्पेक्टर, छह एसआई, 30 आरक्षी के पद है लेकिन वर्तमान में महिला थाने पर एक पुरुष इंस्पेक्टर, एक-एक महिला एसआई व तीन पुरुष एसआई व अन्य स्टाफ तैनात है। विभागीय जानकारों की मानें तो महिला थाने पर प्रत्येक माह 40 से 45 शिकायतें दर्ज होती हैं। जनवरी से अब तक लगभग 38 शिकायतें थाने में पहुंची थीं। कई मामलों में स्टाफ की कमी की वजह से दूसरे जिलों में भी दूसरे पक्ष को बुलाने के पत्र नहीं पहुंचाए जा सके हैं।