पहले भी मामले दर्ज हैं, फिर भी जारी है कारोबार
प्रेमनगर में ब्रम्हपुरा के रहने वाले हर्ष खंडेलवाल बताया कि बरेली प्रशासन द्वारा राधेश्याम भाटिया और उनके परिवार के खिलाफ कई मामले खाद्य विभाग के तहत दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में उन्हें दंडित भी किया गया है। बावजूद इसके, वह अभी जमानत पर हैं। खाद्य विभाग की अनदेखी के कारण उनका जहरीले तेल का कारोबार अब भी जारी है।
जनता के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
हर्ष खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि यह पाम ऑयल जनता के स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो रहा है, लेकिन फिर भी खाद्य विभाग उन्हें लाइसेंस जारी कर रहा है और उनकी गतिविधियों को संरक्षण दे रहा है। आरोप है कि लालचंद एग्रो ऑयल्स के मालिक खाद्य विभाग के अधिकारियों से जान पहचान का फायदा उठाकर जांच को प्रभावित कर रहे हैं। इस वजह से उनकी अवैध गतिविधियों पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है।
आयल्स टैंकर और गोदामों की निष्पक्ष सैंपलिंग की मांग
हर्ष खंडेलवाल ने लालचंद एग्रो ऑयल्स के टैंकरों और गोदामों की निष्पक्ष सैंपलिंग कराने, उन्हें सील करने और उनके लाइसेंस को रद्द करने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने खाद्य विभाग द्वारा दिए जा रहे गैरकानूनी संरक्षण को तुरंत रोकने की भी अपील की है। उन्होंने प्रशासन से इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई की मांग की है, ताकि जहरीले पाम ऑयल से लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके।