जाति सूचक शब्दों से करते थे अपमानित, मकान बेचने का बना रहे थे दबाव
प्रेमनगर की वाल्मीकि बस्ती निवासी नीतू ने बताया कि उनके पति नीरज उर्फ बल्ले जिला अस्पताल में सफाईकर्मी थे और उन्होंने तीन साल पहले कैलाशपुरम, डेलापीर में राजवीर वर्मा और किरन वर्मा से 22 लाख रुपये में एक मकान खरीदा था। आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले एक दबंग व्यक्ति और उसके दो बेटे मकान पर कब्जा जमाना चाहते थे और नीरज पर मकान बेचने का दबाव बना रहे थे। शुक्रवार को नीरज मकान किराये पर देने के लिए एक आशा कार्यकर्ता के साथ कैलाशपुरम गए थे, जहां रास्ते में आरोपियों ने उनसे गाली-गलौज और जातिसूचक शब्द कहे। इस उत्पीड़न से हताश होकर नीरज ने आत्महत्या कर ली।