1993 में पहली बार बने विधायक कल्याण सिंह मंत्रीमंडल से डॉक्टर दिनेश जौहरी की विदाई हुई तो भाजपा के सामने संकट खड़ा हो गया कि 1993 में किसे टिकट दिया जाए जिसके बाद संघ के महानगर कार्यवाह राजेश अग्रवाल को विधानसभा का टिकट मिला। राजेश अग्रवाल बरेली की शहर विधानसभा से पहली बार 1993 में चुनाव जीते जिसके बाद उन्होंने इसी विधानसभा से 1996,2002 और 2007 के चुनाव में जीत दर्ज कर की। 2009 में हुए परिसीमन के बाद शहर विधानसभा का बहुत बड़ा हिस्सा शहर से कट कर कैंट विधानसभा में शामिल हो गया जिसके बाद 2012 और 2017 में हुए चुनाव में राजेश अग्रवाल कैंट विधानसभा से चुनाव लड़े और जीत हासिल की इस तरह से राजेश अग्रवाल 1993 से अब तक लगातार चुनाव जीत रहे हैं और लगातार सात बार विधायक बन चुके हैं।
भाजपा में अपवाद बने राजेश वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल ने भाजपा में नया इतिहास भी रच दिया है। एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी में राजेश अग्रवाल अपवाद है और अब राजेश अग्रवाल प्रदेश सरकार और संगठन दोनों में ही शामिल है। प्रदेश कार्यकारिणी में राजेश अग्रवाल को कोषाध्यक्ष के पद पर कायम रखा गया है। इस तरह से राजेश अग्रवाल अब तक सरकार और पार्टी दोनों का ही कोष संभाल रहे थे।