बरेली

बड़ी लापरवाही : खराब एंटीजन किट से कर दी हजारों लोगों की जांच, हंगामे के डर से निगेटिव बताकर घर भेजा

बरेली जिले में मेडिकल कॉर्पोरेशन की खराब एंटीजन किट से लगभग 10 हजार लोगों की जांच कर जोखिम में डाली जान

बरेलीMay 14, 2021 / 03:33 pm

lokesh verma

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
बरेली. कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने जहां देशभर में भारी तबाही मचा रखी है। वहीं, बरेली में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसने हजारों लोगों की जान को जोखिम में डाल दिया है। बता दें कि यहां मेडिकल कॉर्पोरेशन की खराब एंटीजन किट से लगभग 10 हजार लोगों की जांच कर दी गई है। इतना ही नहीं एंटीजन किट के परिणाम नहीं बताने के बावजूद हंगामे के डर से अधिकतर संदिग्ध मरीजों को निगेटिव बताते हुए सेंटर से वापस भेज दिया गया। हालांकि एंटीजन टेस्ट के साथ आरटीपीसीआर जांच के भी सैंपल लिए गए हैं। अब यह कह पाना मुश्किल है कि रिपोर्ट आने तक ये लोग अन्य कितनों संक्रमण फैलाएंगे। इस मामले में जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन तोमर का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद एंटीजन किट बदलने के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें- अब कोविशील्ड की दूसरी डोज के लिए करना होगा तीन से चार माह का इंतजार

दरअसल, बरेली जिले में मेडिकल कॉर्पोरेशन की तरफ से करीब 10 हजार एंटीजन किट की खेप भेजी गई थी। इसके बाद जिला मुख्यालय से सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा मेडिकल मोबाइल यूनिट को एंटीजन किट मुहैया कराई गईं। जब इन एंटीजन किट का इस्तेमाल किया गया तो ज्ञात हुआ कि किट पर सैंपल डालते ही वह बिखर जाता है। काफी देर तक भी परिणाम नहीं मिले पाते हैं। सूत्रों की मानें तो जानकारी मिलने के बाद सीएमओ ने संदिग्ध मरीजों के आरटीपीसीआर सैंपल लेने की हिदायत दी। जबकि खराब एंटीजन किट से टेस्ट करने के संबंध में कुछ साफ नहीं किया। एंटीजन किट से परिणाम नहीं मिलने पर हंगामे के डर से स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने ऐसे संदिग्धों को भी निगेटिव बताना शुरू कर दिया और तीन दिन में खराब एंटीजन किट से लगभग 10 हजार लोगों के टेस्ट कर दिए गए।
सैकड़ों केस पाॅजिटिव होने की आशंका

अब ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिन लोगों को निगेटिव बताकर लौटाया है, उनमें से सैकड़ों कोरोना पाॅजिटिव केस हो सकते हैं। इस तरह आरटीपीसीआर रिपोर्ट आने तक वह अपने साथ परिवार के लोगों की जान भी जोखिम में डालेंगे। सबसे बड़ी परेशानी अब यह है कि आरटीपीसीआर रिपोर्ट आने में भी हफ्ताभर लग रहा है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग का कोई अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। एक लैब टेक्नीशियन ने बताया कि मेडिकल कॉर्पोरेशन की एंटीजन किट से करीब पांच फीसदी संक्रमित का औसत आया है। जबकि इससे पहले जो किट मिली थी उससे 20 फीसदी तक का औसत आ रहा था।
यह भी पढ़ें- यूपी सरकार अपनी इमेज बनाने में व्यस्त और जनता की पीड़ा हो चुकी है असहनीय : प्रियंका गांधी

एंटीजन किट की रिपोर्ट पर कुछ कह पाना मुश्किल

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सैंपलिंग का कार्य करने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किट के बारे में बताया है कि प्रत्येक बॉक्स में दो दर्जन किट से कोई नतीजे नहीं आने का औसत है। इसके अलावा यह एंटीजन किट वायरल लोड दर्शाने में काफी समय ले लेती है। इसलिए यह बताना मुश्किल है कि यह एंटीजन किट वायरल लोड सही भी बता रही है या नहीं, क्योंकि इससे अधिकतर नतीजे निगेटिव मिले हैं।
अब नई किट दी जाएंगी

इस संबंध में जिला सर्विलांस अधिकारी एसीएमओ डॉ. रंजन गौतम का कहना है कि मेडिकल कॉर्पोरेशन की एंटीजन किट की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट साफ नहीं थी। शिकायतों के बाद एंटीजन किट बदलने के निर्देश जारी किए हैं। अब सभी स्वास्थ्य विभाग की टीमों को नई किट दी जाएंगी। वहीं जो किट बच गई हैं, उन्हें वापस भेजा जाएगा। निगेटिव रिपोर्ट वाले संदिग्धों का आरटीपीसीआर सैंपल लिया गया है। इसके साथ ही उन्हें होम क्वारंटीन के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें- यूपी में नहीं थम रहा शवों का नदियों में प्रवाहित करने का सिलसिला, खतरे में नमामि गंगे मिशन

यह भी पढ़ें- Patrika Positive News: प्रदेश भर में ऑक्सीजन ग्रिड बनाने की तैयारी में जुटी यूपी सरकार, 19 कंपनियों ने दिखाई रुचि, काम शुरू

Hindi News / Bareilly / बड़ी लापरवाही : खराब एंटीजन किट से कर दी हजारों लोगों की जांच, हंगामे के डर से निगेटिव बताकर घर भेजा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.