सुपर कंप्यूटर ‘परम रुद्र’: 20,000 गुना तेज लैपटॉप से प्रो. रजत मूना के अनुसार, ‘परम रुद्र’ सुपर कंप्यूटर अब तक का सबसे तेज कंप्यूटर है। इसकी गति बंगलूरू में मौजूद अन्य सुपर कंप्यूटरों से भी कई गुना अधिक है। अगर इसे आम लैपटॉप से तुलना की जाए, तो यह सुपर कंप्यूटर लगभग 20,000 गुना अधिक तीव्रता से काम करता है। यह क्वांटम कंप्यूटिंग तकनीक पर आधारित है, जो डाटा सुरक्षा और तेज गणनाओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। रक्षा, अंतरिक्ष, और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में इसका उपयोग बेहद कारगर साबित होगा।
सुपर कंप्यूटर की संरचना और क्षमता प्रो. मूना ने बताया कि साधारण कंप्यूटरों की तुलना में सुपर कंप्यूटरों में कई सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) होते हैं, जो कंप्यूट नोड्स से जुड़े होते हैं। इसमें कई प्रोसेसर और मेमोरी ब्लॉक होते हैं जो एक साथ काम करते हुए जटिल कार्यों को बेहद तेजी से हल कर सकते हैं। मल्टी-टास्किंग यानी एक ही समय में कई कार्यों को करना, इस सिस्टम की विशेषता है।
2015 से शुरू हुआ ‘परम रुद्र’ का सफर 2015 में जब प्रो. रजत मूना ने सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) के डायरेक्टर जनरल का पदभार संभाला, तब ‘नेशनल सुपर कंप्यूटर मिशन’ के तहत ‘परम रुद्र’ सुपर कंप्यूटर पर काम शुरू किया गया था। इस प्रोजेक्ट में विशेष ध्यान दिया गया कि इसका हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, और सर्वर बोर्ड सभी ‘मेक इन इंडिया’ के तहत तैयार हों।C-DAC में दो वर्षों के दौरान मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक, और आर्किटेक्चर डिज़ाइन पर काम किया गया, जो पूरी तरह भारतीय तकनीक पर आधारित है। ‘परम रुद्र’ का सॉफ्टवेयर भी इसी योजना के अंतर्गत विकसित किया गया है।