घटना सीबीगंज थाना क्षेत्र के एक गाँव से जुड़ी है, जहाँ 28 सितंबर को फतेहगंज पश्चिमी के एक बरातघर में एक युवक का निकाह हुआ। निकाह के बाद दुल्हन ससुराल पहुंची और पहली रात, यानी सुहागरात पर ही उसने पति पर शारीरिक रूप से अक्षम होने का आरोप लगाते हुए मायके जाने का निर्णय कर लिया। दुल्हन का कहना था कि सुहागरात के दौरान उसे पता चला कि उसका पति शारीरिक रूप से अक्षम है, और वह ऐसे व्यक्ति के साथ नहीं रहना चाहती।
दुल्हन ने तुरंत अपने पिता को फोन किया और सारी स्थिति से अवगत कराया। पिता अगले ही दिन बेटी की ससुराल पहुंचा और उसे अपने साथ मायके वापस ले आया। इस दौरान पति और उसके परिवार ने दुल्हन को मनाने की कोशिश की, लेकिन दुल्हन अपने निर्णय पर अड़ी रही कि वह अब इस शादी को नहीं निभा सकती।
मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। इसके बाद रविवार शाम को दुल्हन पक्ष ने शादी कराने वाले बिचौलिए को अपने घर बुलाया और आरोप लगाया कि उसने शादी में धोखा दिया है। बिचौलिया शादी के लिए युवक और युवती के परिवारों के बीच मध्यस्थता का काम कर रहा था।दुल्हन पक्ष का आरोप है कि बिचौलिए ने जानबूझकर इस विवाह को करवाया, जबकि उसे पति की शारीरिक अक्षमता के बारे में जानकारी थी। इस आरोप के बाद, दुल्हन के परिवार ने बिचौलिए को घर बुलाकर उसकी पिटाई की और उसे एक कमरे में बंधक बनाकर रातभर रखा। बिचौलिए ने बताया कि उसकी जेब से रुपये, सोने की अंगूठी और मोबाइल भी छीन लिए गए।
जब बिचौलिए को बंधक बनाया गया, तब उसे छुड़ाने के लिए पुलिस को बीच में आना पड़ा। घटना की जानकारी मिलने के बाद, पुलिस रविवार रात लगभग तीन बजे मौके पर पहुंची और बिचौलिए को छुड़ाया। बिचौलिए को उसके परिजनों को सौंप दिया गया।इसके बाद दोनों पक्षों के बीच पंचायत भी बुलाई गई, जिसमें सुलह की कोशिशें की गईं। लेकिन पंचायत में कोई नतीजा नहीं निकला, और दुल्हन ने पति के साथ रहने से साफ इनकार कर दिया।बिचौलिए ने घटना के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और दुल्हन के परिवार पर मारपीट, बंधक बनाने और लूटपाट करने का आरोप लगाया। पुलिस ने बिचौलिए की शिकायत पर दुल्हन पक्ष के चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।