सोलर ट्री का उद्देश्य और हालात 2020 में बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने लगभग 60 लाख रुपये खर्च कर शहर के छह स्थानों पर सोलर ट्री लगाए थे। ये सोलर ट्री सरकारी कार्यालयों को रोशन करने के लिए बनाए गए थे, और दावा किया गया था कि ये प्रतिदिन 19 यूनिट बिजली का उत्पादन करेंगे। शुरुआत में सोलर ट्री से कई सरकारी दफ्तरों को बिजली मिलती रही, लेकिन अब ये बंद हो गए हैं। इसका कारण यह है कि इन सोलर ट्री में लगे बैटरी सप्लाई के तारों को चूहों ने कुतर दिया है, जिससे बिजली सप्लाई रुक गई है।
60 लाख के केवल आर्टिफिशियल फ्रेम यह मामला दिखाता है कि शहर में किस प्रकार की गुणवत्ता से काम किया जा रहा है। कलेक्ट्रेट में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए सोलर ट्री अब केवल आर्टिफिशियल फ्रेम बनकर रह गए हैं, जिन पर अब केवल पक्षी बैठते हैं। ये फ्रेम पहले सोलर लाइट्स से रोशन थे, लेकिन अब इनकी बैटरियों की हालत खराब हो चुकी है और लाइटें बंद हो गई हैं।
यहां लगाए गए सोलर ट्री बरेली के कई प्रमुख स्थानों पर सोलर ट्री लगाए गए थे, जिनमें प्रमुख स्थान हैं: कमिश्नर ऑफिस 300 बेड कोविड हॉस्पिटल गांधी उद्यान अग्रसेन पार्क
कलेक्ट्रेट नगर निगम कैंपस अपर नगर आयुक्त बोले जल्द ठीक कराए जाएंगे बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के एसीईओ एसके यादव ने बताया कि कुल 66 सोलर ट्री की मरम्मत कराने के लिए संबंधित एजेंसी को कहा गया है। जिन स्थानों पर लाइटें बंद हो गई हैं, उन्हें चालू करने के प्रयास किए जा रहे हैं, और तारों की मरम्मत कराई जा रही है।