मस्जिदों में नमाज का समय ईदगाह बाकरगंज – 10 बजे सुबह
शाही जमा मस्जिद – 9 बजे सुबह
रज़ा मस्जिद – 9:30 बजे सुबह
दरगाह शाहदाना वली – 10 बजे सुबह
खानकाहे नियाजिया (ख्वाजा क़ुतुब ) 9 बजे सुबह
दरगाह शराफत मियां – 7 बजे सुबह
नौमहला मस्जिद – 9:30 बजे सुबह
दरगाह वली मियां – 8 बजे सुबह
सकलैनी मस्जिद किला – 8 बजे सुबह
नूरी मस्जिद – 9:30 बजे सुबह
बीबीजी मस्जिद – 9 बजे सुबह
शाही जमा मस्जिद – 9 बजे सुबह
रज़ा मस्जिद – 9:30 बजे सुबह
दरगाह शाहदाना वली – 10 बजे सुबह
खानकाहे नियाजिया (ख्वाजा क़ुतुब ) 9 बजे सुबह
दरगाह शराफत मियां – 7 बजे सुबह
नौमहला मस्जिद – 9:30 बजे सुबह
दरगाह वली मियां – 8 बजे सुबह
सकलैनी मस्जिद किला – 8 बजे सुबह
नूरी मस्जिद – 9:30 बजे सुबह
बीबीजी मस्जिद – 9 बजे सुबह
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जिले में धारा 144 लागू
बकरीद, दशहरा और दीपावली पर शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधकारी आर० विक्रम सिंह ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। प्रशासन की अनुमति के बगैर अब कोई जुलूस और प्रदर्शन नहीं होगा। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर एक साथ पांच लोग नहीं एकत्र हो पांएगे। जिले में 26 अक्टूबर तक धारा 144 लागू रहेगी जिसका उल्लंघन भारतीय दण्ड विधान की धारा 188 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध होगा।
जिले में धारा 144 लागू
बकरीद, दशहरा और दीपावली पर शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधकारी आर० विक्रम सिंह ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। प्रशासन की अनुमति के बगैर अब कोई जुलूस और प्रदर्शन नहीं होगा। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर एक साथ पांच लोग नहीं एकत्र हो पांएगे। जिले में 26 अक्टूबर तक धारा 144 लागू रहेगी जिसका उल्लंघन भारतीय दण्ड विधान की धारा 188 के अंतर्गत दण्डनीय अपराध होगा।
बकरों की बिक्री घटी
बकरीद के पहले लगने वाले बकरों के बाजारों में इस बार बकरों की बिक्री कम हुई है। 65 साल पुरानी देवचरा मंडी में जहां पिछली साल नौ करोड़ रूपये के बकरों की बिक्री हुई थी वही इस बार ये आंकड़ा घट कर महज चार करोड़ पर आ गया है। इस मंडी में उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों के अलावा महाराष्ट्र, हरियाणा , उत्तराखंड , राजस्थान से बकरा कारोबारी आते है। महंगे बकरे ज्यादातर मुंबई के कारोबारी खरीदकर ले जाते है लेकिन वहां बाढ़ आने की वजह से वहां के व्यापारी इस बार मंडी में नहीं जिसका नतीजा यह हुआ कि इस बार बकरामंडी में बकरों की कम बिक्री हुई।
बकरीद के पहले लगने वाले बकरों के बाजारों में इस बार बकरों की बिक्री कम हुई है। 65 साल पुरानी देवचरा मंडी में जहां पिछली साल नौ करोड़ रूपये के बकरों की बिक्री हुई थी वही इस बार ये आंकड़ा घट कर महज चार करोड़ पर आ गया है। इस मंडी में उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों के अलावा महाराष्ट्र, हरियाणा , उत्तराखंड , राजस्थान से बकरा कारोबारी आते है। महंगे बकरे ज्यादातर मुंबई के कारोबारी खरीदकर ले जाते है लेकिन वहां बाढ़ आने की वजह से वहां के व्यापारी इस बार मंडी में नहीं जिसका नतीजा यह हुआ कि इस बार बकरामंडी में बकरों की कम बिक्री हुई।