ये भी पढ़ें वीडियोः सांसद भतीजे के क्षेत्र में चाचा के नाम की जय-जयकार, पढ़िए क्या है पूरा मामला आईजी ने किया खुलासा आईजी डीके ठाकुर ने गुरुवार को सिपाही हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 27 सितम्बर की रात में सीबी गंज थाने की परसाखेड़ा चौकी पर तैनात सिपाही संजीव कुमार और चौकी इंचार्ज विक्रम सिंह गश्त पर थे। इस दौरान जब पुलिस ने एक संदिग्ध वाहन को रोका तो वाहन में सवार लोगों ने लोहे की रॉड मारकर सिपाही संजीव की हत्या कर दी थी। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई थी। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने भी मामले के जल्द खुलासे के आदेश एसएसपी मुनिराज को दिए थे।जिसके बाद घटना के खुलासे के लिए पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था। पुलिस ने इस मामले में रामपुर के रहने वाले तीन पशु तस्करों तौफीक, परवेज और शावेज अली उर्फ वकील को गिरफ्तार किया है जबकि इनके चार साथी शहजाद, पुरुषोत्तम शर्मा, मनोज शर्मा और फरीद अभी भी फरार है।
ये भी पढ़ें उधारी वापस मांगने पर क्या होता है, देखें वीडियो और भी लोग शामिल गिरफ्त में आए पशु तस्करों से पूछताछ में पता चला है कि शावेज उर्फ वकील इन तस्करों को पुलिस से बचाने का काम करता है। शावेज के अलावा बरेली से गाड़ी पास कराने की जिम्मेदारी पुरुषोत्तम शर्मा उर्फ पंडित व उसका भाई मनोज शर्मा की रहती है। जिसके एवज में ये लोग 2500 रुपये प्रति गाड़ी वसूल करते थे। मनोज शर्मा होमगार्ड में कम्पनी कमांडर है और खुद को पत्रकार भी बताता है। परसाखेड़ा चौकी के सामने से निकलने के दौरान पशु तस्कर पुरुषोत्तम शर्मा के लगातार संपर्क में थे।इनका एक साथी फरीद उर्फ बाबा भी है जो कि बरेली से रामपुर तक हाइवे पर गाड़ी पास कराता है और ये भी 2500 रुपये प्रति गाड़ी लेता है।