बरेली। दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां की सरपरस्ती और सज्जादानशीन अहसन मियां की अध्यक्षता में दरगाह आला हज़रत पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सुब्हानी मियां और अहसन मियां ने ग़ौसे आज़म हज़रत सय्येदिना शैख़ अब्दुल क़ादिर जीलानी बड़े पीर साहब के मज़ारे मुक़द्दस पर एक चादर मरकज़े अहले सुन्नत की तरफ़ से रवाना की। चादर के साथ एक विशेष पत्र भी भेजा दरगाह के प्रवक्ता मुफ़्ती मुहम्मद सलीम नूरी ने बताया कि मरकज़े अहले सुन्नत ख़ानक़ाहे रज़वीया में क़ादरी सिलसिले के उत्थान और प्रचार-प्रसार में बहुत अहम योगदान दिया है। आला हज़रत और दीगर बुजुर्गों ने पूरी ज़िंदगी ग़ौसे आज़म के सिलसिले क़ादरिया की खिदमत की। इस वजह से दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां अपने एक अक़ीदतमंद मुहम्मद आसिम रज़ा जो ज़ारा हज व उमरा टूर के प्रबंधक हैं, उनके हाथ चादर बग़दाद शरीफ़ रवाना की। चादर के साथ दरगाह प्रमुख ने बग़दाद शरीफ़ दरगाहे गौसे आज़म के गद्दीनशीन के नाम एक विशेष पत्र भी रवाना किया है। जिसमें दरगाह प्रमुख ने अपने और सारे ग़ौसे आज़म के अक़ीदतमंदों के लिये विशेष दुआ की गुज़ारिश की है। कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद इस विशेष आयोजन में राशिद मामू, शाहिद खां नूरी, औरंगज़ेब नूरी, ताहिर अल्वी, परवेज़ खां नूरी, अजमल नूरी, मंजूर खां, तारिक़ सईद, हाजी जावेद खां, यासीन खां, आदिल खां, नईम खां आदि लोग मौजूद रहे।