राममूर्ति अस्पताल में हुई युवक की मौत, पुलिस महकमें हड़कंम
बदायूं सदर कोतवाली इलाके के मोहल्ला नई सराय निवासी 36 वर्षीय गुलफाम पुत्र फिरोज ई रिक्शा चलाता था। उसका पत्नी से तकरीबन दो साल से विवाद चल रहा था। इसी विवाद में उस पर मुकदमें भी लिखे जा चुके है। इधर एक जनवरी को दोपहर लगभग डेढ़ बजे के बाद गुलफाम अपनी मां और बहन के साथ एसएसपी आफिस पहुंचा। वहां उसने अपने ऊपर तेल छिड़ककर आग लगा ली लपटें उठती देख वहां मौजूद पुलिस कर्मियों व सीओ उझानी शक्ति सिंह समेत अन्य पुलिस कर्मियों ने आग बुझाई और उसे गाड़ी में डालकर सीधे अस्पताल ले गए।
घटना के बाद पुलिसकर्मियों पर हो चुकी है कार्रवाई
गुलफाम का आरोप था, पत्नी व ससुरालियों के साथ इलाके के सभासद पति ने उसका ई रिक्शा व रुपये छीन लिये और बंधक बनाकर पीटा। इसकी तहरीर देने पर कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। सीओ ने उसे डोडा में जेल भेजने की धमकी दी। सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया था। इस मामले में एसएसपी ने कोतवाल को निलंबतत किया और सीओ संजीव कुमार का सर्किल बदल दिया था। आफिस गेट पर तैनात तीन सिपाहियों की मौजूदगी न होने पर उन्हें भी निलंबित किया था।