छापेमारी के दौरान बंद था शटर, मिली सामग्री
छापेमारी के समय दुकान का शटर अंदर से बंद था। दुकानदार कमरूजमा को बुलाने पर शटर खोला गया। एनपीके 12:32:16 (कृभको ब्रांड) के 38 बैग (प्रति बैग 50 किग्रा), कुल मात्रा 1.900 मीट्रिक टन। इफको एनपीके के 115 खाली बैग। रामबाण एसएसपी ब्रांड के 35 खाली बैग।
खुशबू फर्टिलाइजर कैल्शियम सल्फेट के 84 बैग (प्रति बैग 50 किग्रा), कुल 4.1 मीट्रिक टन।सिलाई मशीन और अन्य रीपैकिंग सामग्री मिली।
ऐसे हो रही थी धोखाधड़ी
कमरूजमा ने स्वीकार किया कि वह कम कीमत वाले कैल्शियम सल्फेट को एनपीके कृभको ब्रांड के बैग में भरकर ऊंची कीमत पर बेच रहा था। मौके पर एनपीके बैग और कैल्शियम सल्फेट का नमूना लिया गया और जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि यह कृत्य आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अपराध है।
दिवाली से पहले पकड़ी गई थी फैक्ट्री
दिवाली से पहले बिलगंवा रोड पर भी एक नकली सीमेंट फैक्ट्री पकड़ी गई थी, जहां नामी ब्रांड के कट्टों का इस्तेमाल हो रहा था। लेकिन जांच और कार्रवाई के अभाव में मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब नकली खाद बनाने का नया मामला सामने आया है, जिसे लेकर विभागीय कार्रवाई की जा रही है। इस छापेमारी ने नकली उर्वरक बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। किसानों को नकली खाद के कारण भारी नुकसान हो सकता था। अब विभागीय जांच के बाद संबंधित दोषियों पर सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।