बरसों से नगरपालिका में कैद इस प्रतिमा को तीन बरस पहले चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर युवाओं ने नगरपालिका में धरना देकर प्रतिमा उपयुक्त स्थान पर स्थापित करने की मांग की। आश्वासन के तीन बरस बीत जाने के बाद भी नगरपालिका आजाद की प्रतिमा के लिए स्थान तय नहीं कर सकी है। यही हाल एकात्म मानववाद के प्रणेता दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का हो रहा है। जनसंघ के संस्थापक सदस्य रहे पंडित दीनदयाल की प्रतिमा भी सीसवाली तिराहे से हटा दी गई। इसे भी स्थापित करने में नगरपालिका ने रुचि अब तक कोई रुचि नहीं ली।