छात्रावास में पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रशिक्षण शिविर बुधवार से शुरू हुआ है। यहां पर सवाईमाधोपुर व करौली के अंग्रेजी व सामाजिक अध्ययन के विषय अध्यापक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण स्थल पर गुरुवार को अंग्रेजी के 45 व सामाजिक अध्ययन के 28 शिक्षक मौजूद थे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शिविर स्थल पर गुरुवार सुबह बोरिंग की मोटर जल गई, जिससे पानी की सप्लाई बंद हो गई। शिक्षक जैसे ही उठे तो शौचालयों पर पानी नहीं आने पर भड़क गए। सूचना मिलते ही रमसा के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक भागीरथ मीणा, जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश गालव, कार्यक्रम अधिकारी रेखा जैन पहुंची। उन्होंने शिक्षकों को मोटर ठीक कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान मोटर ठीक कराने के लिए भी भेज दी। यह देख शिक्षक कुछ देर तक चुप रहे लेकिन दोपहर एक बजे तक पानी नहीं आने पर वे पुन: भड़क गए। उन्होंने अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई। दोपहर एक बजे पूर्व एडीपीसी एवं शिविर प्रभारी रामप्रसाद बैरवा ने भी शिक्षकों को समझाने का प्रयास किया। इस पर पूर्व एडीपीसी व शिक्षकों में खासी बहस हो गई। इस दौरान शिविर प्रभारी के साथ धक्का- मुक्की की गई। बाद में एडीपीसी व जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बीच-बचाव कर शिविर प्रभारी को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भेज दिया।
शौचालयों में गंदगी
शिक्षक विश्राम, सतीष, पटवारी लाल, शाहीद, अशोक सहित अन्य ने बताया कि शौचालय गंदगी से अटे हंै, सफाई का अता-पता नहीं है। स्नानागार में बाल्टियां तक नहीं है, जिससे नहाने में परेशानी आती है। अधिकारियों को भी अवगत कराया गया लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। साथ ही कक्षों में सफाई तक नहीं हुई है।
दिनभर बैठे रहे बाहर
नाराज शिक्षकों ने गुरुवार को दिनभर प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया। वे छात्रावास परिसर में बैठे रहे। इस दौरान कुछ शिक्षकों ने नारेबाजी की। शिक्षकों ने कहा कि पानी की सुविधा नहीं होने से नहाना तो दूर की बात है, सुबह से शौच तक नहीं गए हैं।
मीनू के अनुसार भोजन नहीं
नाराज शिक्षकों ने बताया कि शिविर में भोजन भी मीनू के अनुसार नहीं दिया जा रहा है। नियमानुसार भोजन में दो सब्जियां व मीठा होना चाहिए लेकिन गुरुवार को भोजन में मीठा नहीं था। सब्जी में केवल दाल ही बनी थी।