बारां. शहर में एक कम्पनी द्वारा घर बैठे कमाई के नाम पर ऑनलाइन लाखों की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पीडि़तों ने शनिवार दोपहर एक स्कूल संचालिका के खिलाफ उनसे ऑनलाइन पैसा लगवाकर लाखों की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए उसके स्कूल के समक्ष नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। बाद में बंक रोड स्थित कम्पनी के कार्यालय में तोड$फोड़ कर हंगामा कर दिया। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तथा समझाइश कर मामला शांत कराया। वहीं, लागों के आक्रोश को देखते हुए कम्पनी के प्रतिनिधि लापता हो गए। बाद में पुलिस उपाधीक्षक ओमेन्द्र ङ्क्षसह शेखावत व कोतवाली प्रभारी रामविलास मीणा मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे तथा परिजनों से जानकारी ली।
कार्यालय में तोडफ़ोड़ कर किया हंगामा कोतवाली प्रभारी रामविलास मीणा ने बताया कि ऑनलाइन किसी एप से पैसा लगाने तथा उससे घर बैठे कमाई शुरू होने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने का मामला है। पीडि़तों ने स्कूल के बाहर नारेबाजी कर हंगामा करने का प्रयास किया तो पुलिस पहुंची। बाद में कुछ लोगों ने कार्यालय जाकर तोड$फोड़ कर दी और कुछ सामान भी निकालकर ले जाने की जानकारी मिली है। इस मामले में एक पक्ष के कुछ लोगों ने एक स्कूल संचालिका व कम्पनी की प्रतिनिधि के खिलाफ परिवाद दिया है। फिलहाल परिवाद की जांच की जा रही है।
पैसा आना बंद हुआ तो निवेशक हुए सजग सूत्रों का कहना है कि एक ऑनलाइन कम्पनी में पैसा लगाने पर बड़ी रकम रकम कमाने का झांसा दिया जाता था। इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता था। रजिस्ट्रेशन कराने पर आईडी देकर एकाउंट खोला जाता था। आईडी के लिए भी 2200, 5800 व इससे अधिक की राशि जमा करानी होती थी। रजिस्ट्रेशन के बाद कुछ वीडियो डाउनलोड करने व उसके स्क्रीन शॉट लेने पर रजिस्टर्ड आईडी के खाते पर पैसा आना शुरू हो जाता है। कुछ लोगों ने इस तरह से पैसे वापस लिए। इससे लोगों का विश्वास बन गया और लोग जुड़ते चले गए। महिला प्रतिनिधि ने भी कई लोगों को जोड़ा। इस तरह से चैन बन गई, लेकिन अचानक करीब 15 दिनों से लोगों के खाते में पैसा आना बंद हो गया तो गड़बड़ी होने की सुगबुगाहट शुरू हो गई।