Read more : यहां बिल्डंग करती है इलाज, डॉक्टर करते हैं रैफर,है ना गजब की कहानी लेकिन यह सच है… खेत ही खाली नजर आता है कृषक कृपाशंकर दाधीच, प्रेम नागर, ओम नागर अलीपुरा, के अनुसार दर्जनों हरिणों का झुंड यदि सरसों की फसल में घुस जाए तो सुबह पूरा खेत ही खाली नजर आता है। ऐसे ही एक वाकये में चारपाई डालकर सरसों के खेत पर सो रहे एक किसान ने प्रात: उठकर फसल संभाली तो चारपाई के नीचे उगी फसल के अलावा पूरा खेत उसे सफाचट नजर आया। अन्ता. क्षेत्र के कृषक इन दिनों हजारों की संख्या में विचरण करते हरिणों के आतंक से परेशान हैं। यह हरिण किसी भी खेत पर दर्जनों के झुंड में धावा बोलकर फसल को चट कर जाते हैं। ऐसे में दिन रात खेत की रखवाली करना किसानों की मजबूरी बन गया है। निकटवर्ती सोरसन वन क्षेत्र में हरिण हजारों की संख्या में हैं। जिन्होंने धीरे-धीरे अपनी पहुंच जिले के कई गांवों तक बना ली। हालात यह हो चले हैं कि एक रात में कई किलोमीटर की दूरी तय कर हरिण खेत में उगी अच्छी खासी फसल को पूरी तरह से चट कर जाते हैं। इस कारण रखवाली में जरा सी चूक होते ही किसान के पास सिर पकडऩे के अलावा कोई चारा नहीं रहता। कृषकों के अनुसार हरिण अब व्यक्तियों को देखकर भी नहीं डरते एवं स्वछंद रूप से विचरण करते रहते हैं। ऐसे में कई बार इन्हें पटाखे फोड़कर भगाना होता है।
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बरसों पहले जब भाजपा नेता रघुवीर सिंह कौशल राज्य के वन मंत्री थे तब से ही सोरसन वन क्षेत्र के हरिणों को अन्यंत्र भेजने अथवा इनके बढ़ते कुनबे पर लगाम कसने की कवायद शुरू हो गई थी, लेकिन यह योजना अब तक परवान नहीं चढ़ी। इस बीच सोरसन वन क्षेत्र को चारदीवारी से कवर करने सहित अन्य संसाधन अपनाने पर अब तक विचार विमर्श चल रहा है।
बरसों पहले जब भाजपा नेता रघुवीर सिंह कौशल राज्य के वन मंत्री थे तब से ही सोरसन वन क्षेत्र के हरिणों को अन्यंत्र भेजने अथवा इनके बढ़ते कुनबे पर लगाम कसने की कवायद शुरू हो गई थी, लेकिन यह योजना अब तक परवान नहीं चढ़ी। इस बीच सोरसन वन क्षेत्र को चारदीवारी से कवर करने सहित अन्य संसाधन अपनाने पर अब तक विचार विमर्श चल रहा है।