ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि मांगरोल थाना क्षेत्र के मूंडला गांव निवासी गिर्राज गुर्जर (33) की गांव में स्थित दुकान को खाली कर अतिक्रमण हटाने के लिए एक अक्टूबर को नायब तहसीलदार कार्यालय से नोटिस जारी किया गया था। इस मामले को रफादफा करने के लिए नायब तहसीलदार बाबूलाल गोचर की ओर से 8 हजार रुपए की रिश्वत राशि की मांग की गई। इस पर परिवादी गिर्राज गुर्जर ने एसीबी बारां इकाई को शिकायत कर दी। शिकायत में परिवादी को उसकी दुकान खाली कर अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस देने व मामला रफादफा करने की एवज में 8 हजार रुपए रिश्वत मांगकर परेशान करने का आरोप लगाया गया।
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आरोप की हुई पुष्टि
इस पर 8 अक्टूबर को शिकायत का सत्यापन किया तो इसमें रिश्वत मांगने की पुष्टि हो गई। इसके बाद आरोपी ने परिवादी को रिश्वत राशि लेकर अन्ता शिव कॉलोनी स्थित घर पर बुलाया था। इस पर एसीबी ने जाल बिछा दिया। सोमवार सुबह बारां एसीबी उपाधीक्षक प्रेमचंद मीणा के नेतृत्व में नायब तहसीलदार बाबूलाल गोचर को 8 हजार रुपए रिश्वत राशि लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
एक माह में दूसरी, वर्ष में 7 प्रकरण हुए दर्ज
उपाधीक्षक प्रेमचन्द मीणा ने बताया कि एसीबी बारां इकाई की टीम ने पिछले 15 दिनों में ट्रेप की यह दूसरी कार्रवाई की है। सोमवार को नायब तहसीलदार गोचर को पकड़ा तथा इससे पहले 9 अक्टूबर को शाहाबाद तहसील कार्यालय के कनिष्ठ सहायक हेमराज को 1500 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। जिले में इस वर्ष उक्त दो कार्रवाई समेत अब तक ट्रेप की पांच कार्रवाई की जा चुकी है। इसके अलावा दो प्रकरण आय से अधिक सम्पत्ती के आरोप में भी दर्ज किए गए है। फिलहाल इसमें जांच चल रही है।
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कार्ड बांटने के कारण एक दिन टली कार्रवाई
सूत्रों ने बताया कि आरोपी नायब तहसीलदार के घर पर इन दिनों शादी की तैयारियां चल रही है। उसके पुत्र की शादी आगामी 11 नवम्बर को होना है। कार्ड छप गए है तथा रिश्तेदारों में कार्ड बांटना भी शुरू कर दिया गया है। एसीबी की ओर से रविवार को ही आरोपी को धर दबोचने की योजना तैयार की थी, लेकिन वह रविवार को बेटे की शादी के कार्ड बांटने के लिए घर से बाहर गया हुआ था। इससे एसीबी को बैरंग लौटना पड़ा तथा सुबह घर से निकलने से पहले ट्रेप करने का प्लान बनाकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया।