सुहागिनों का सबसे बड़ा त्योहार कल festival : छबड़ा. सुहागिन महिलाओं के लिए सबसे बड़ा त्योहार करवाचौथ होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जल रहकर व्रत करती हैं। इस बार महिलाएं 20 अक्टूबर रविवार को करवाचौथ का व्रत रखेंगी। इस व्रत के दौरान महिलाएं निर्जला उपवास रखकर रात में चंद्रमा को अघ्र्य देकर व्रत तोड़ती हैं।
बन रहे खास योग पंडितों ने बताया कि करवा चौथ के दिन इस बार वरीयान, व्याघात, धूम्र और व्यतिपाल योग बना रहे हैं, जो कि इस दिन को और भी खास बना देते हैं।
त्योहार से गुलजार होने लगे बाजार वहीं दूसरी ओर करवाचौथ के मद्देनजर बाजार गुलजार होने लगे हैं। महिलाएं बड़ी संख्या में बाजारों में पहुंचकर खरीदारी कर रही हैं। इसके अलावा ब्यूटी पार्लर, गिफ्ट कार्नर, सराफा बाजार, कॉस्मेटिक शॉप और कपड़ा मार्केट के अलावा करवा और पूजा की सामग्री की दुकानों पर रौनक बढऩे लगी है।
4.25 पर करें सरगी परंपरा के अनुसार करवा चौथ व्रत में सूर्योदय से करीब 2 घंटे पहले तक सरगी खा सकते हैं। ऐसे में 20 अक्टूबर को करवा चौथ वाले दिन सूर्योदय सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर होगा, इससे पहली ही सुहागिनें सरगी खा लें। इसके बाद महिलाओं को व्रत रखना होगा। करवा चौथ व्रत निर्जला रखा जाता है। ऐसे में घर की बड़ी महिलाएं आशीर्वाद के तौर पर व्रत शुरू करने से पहले सेहतमंद भोजन करवाती हैं, ताकि व्रत के दौरान किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
ये रहेगा पूजा का मुहूर्त ज्योतिषाचार्यों के अनुसार करवा चौथ पर पूजा का समय 20 अक्टूबर शाम 5 बजकर 46 मिनट से शुरू होगा और शाम 7 बजकर 2 मिनट तक रहने वाला है।
कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 19 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी।
तिथि का समापन 20 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 47 मिनट पर होगा।
उदया तिथि के अनुसार करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024 दिन रविवार को रखा जाएगा।
कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 19 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी।
तिथि का समापन 20 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 47 मिनट पर होगा।
उदया तिथि के अनुसार करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024 दिन रविवार को रखा जाएगा।