Monsoon Update : बारां. शहर समेत जिले के आठों उपखण्डो में बीते 24 घंटे में अच्छी बरसात हुई है। इसके चलते नदी-नाले भी उफान पर आ गए। परवन नदी में उफान के चलते बारां झालावाड़ मार्ग पर चौकी बोरदा की पुलिया पर सुबह 7.30 तक करीब ढेड़ से दो फीट तक पानी का बहाव था। पुलिया से पानी का उतार होने के बाद बाधित मार्ग खुलासा हुआ। वहीं केलवाड़ा क्षेत्र की भैंसासुर नदी में भी उफान आने से मार्ग बाधित रहा। लगातार बरसात से अब फसलों में भी नुकसान की आशंका बढ़ गई है। हालांकि शुक्रवार को सुबह से ही मौसम साफ रहा। आसमान में बादलों की आवाजाही से धूपछांव चलती रही।
कहां, कितनी बारिश जिले में बुधवार शाम से गुरुवार शाम तक सर्वाधिक बरसात शाहाबाद में 176 एमएम दर्ज की गई। वहीं मांगरोल में 94, बारां में 66, अटरु में 66, किशनगंज में 64,छीपाबड़ौद में 49 तथा अन्ता 39 एमएम बरसात दर्ज की गई है। गुरुवार को अधिकतम तापमान में वापस बढ़ोतरी अधिकतम 31 तो न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा।
देवरी बस्ती में घुसा पलकों का पानी देवरी. क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते पलकों नदी उफान पर है। गुरुवार 12 बजे तक बारिश होती रही। इसके कारण एक बार फिर घरों में पानी घुस गया। हालांकि यह पानी नदी के आसपास बने घरों में ही घुस पाया। नदी में तेज बहाव आते ही आधे गांव का संपर्क पूरी तरह से कट जाता है। इसके चलते ग्रामीण जरूरी कामों से अपनी जान जोखिम में डालकर बाजार तक पहुंच पाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक प्रशासन ने न तो टूटी हुई पुलियों की मरम्मत कराई है और न ही बाढ़ से हुए नुकसान का मुआवजा लोगों को दिया है। कई बार यहां बाढ़ पीडि़तों से मिलने जनप्रतिनिधि भी आए, लेकिन आश्वासन के अलावा ग्रामीणों को अभी तक कुछ नहीं मिला है। गुरुवार को प्रभारी मंत्री भी आए, वह भी आश्वासन देकर चले गए।
मप्र जाने वाला मार्ग बाधित बमोरीकलां. मध्यप्रदेश जाने वाली सडक़ पर बारिश से पार्वती के पुल पर गुरुवार दोपहर को पानी आ गया। इससे दोनों राज्यों का आवागमन बाधित हो गया। सुरथाग स्थित पार्वती नदी के पुल पर पानी की तेज आवक होने से आवागमन ठप हो गया। इससे दोनों छोर पर वाहनों की कतारें लग गयी।