पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 की बारां जिले के लिए 62 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी की गई थी। चयनित सभी अभ्यर्थियों को 15 अक्टूबर को दस्तावेज की जांच, बायोमेट्रिक जांच व स्वास्थ्य जांच के लिए बुलाया गया था। इसमें सीकर के बुरहानपुर निवासी हंसराज सिंह पुत्र बनवारी लाल भी जांच के लिए पहुंचा था। मंगलवार को उसके दस्तावेजों की बारिकी से जांच की गई तो उसमें जन्मतिथि में फर्जीवाड़ा करना पाया गया। इस पर कोतवाली में मामला दर्ज किया है। प्रकरण की जांच सदर थाना प्रभारी छुट्टन लाल मीणा को सौंपी गई।
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जन्मतिथि बदल फिर से दी 10 वीं की परीक्षा
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी ने वर्ष 2009 में कक्षा 10 वीं पास की थी। उस समय कक्षा 10वीं की अंक तालिका में उसकी जन्मतिथि 25-11- 1993 अंकित थी। इसके बाद आयु सीमा पूरी होने के चलते उसने दस्तावेजों में अपनी आयु 9 वर्ष कम कर जन्मतिथि वर्ष 2002 अंकित कर ली। इसके आधार पर उसने वर्ष 2021 में दोबारा कक्षा 10वीं की परीक्षा दी। इसी 2002 जन्मतिथि वाली अंक तालिका से कांस्टेबल परीक्षा 2023 में शामिल हो गया। वह लिखित व शारीरिक परीक्षा में पास भी हो गया था।
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अन्य परीक्षाओं में शामिल होने की भी होगी जांच
चौधरी ने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों को बायोमेट्रिक सत्यापन व स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बुलाया जाने के बाद एसओजी जयपुर की ओर से गोपनीय परिवाद जिला पुलिस को दिया गया था। इसमें इस अभ्यर्थी की मूल जन्मतिथि 1993 होने की बात कहते हुए शिकायत की गई थी। इस आधार पर गहनता से पड़ताल और आरोपी से पूछताछ की तो मामला उजागर हो गया। अब आरोपी से पूर्व में दी गई अन्य परीक्षाओं के सबद्ध में भी पड़ताल की जाएगी।