पटरी पर पत्थर रखा मिलने की सूचना पर रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सूचना पर अन्ता के वरिष्ठ खंड अभियंता रोशन सिंह व बारां से आरपीएफ पोस्ट प्रभारी राजेन्द्र कुमार मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे तथा घटनास्थल की जानकारी लेकर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट दी। इस मामले में अन्ता सेक्शन के वरिष्ठ खंड अभियंता रोशन सिंह की ओर से अन्ता पुलिस थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच शुरू की है।
ड्राइवर की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा
अन्ता थाना प्रभारी दिग्विजय सिंह व रेलवे सूत्रों ने बताया कि सोमवार रात करीब 10.21 बजे इंदौर-कोटा ट्रेन ट्रेक से गुजर रही थी। इसी दौरान ट्रेन ड्राइवर को पटरी पर करीब 7-8 किलो वजनी पत्थर रखा दिखा दिया। इस पर ड्राइवर ने सूझबूझ से काम लेते हुए ब्रेक लगा दिए। इससे गाड़ी की गति धीमी हो गई, लेकिन फिर भी पत्थर व्हील को छू गया। इससे पत्थर के टुकड़े हो गए और हादसा टल गया। तत्काल लोको पायलट अर्जुन सिंह ने कंट्रोल रूम व अन्ता स्टेशन मास्टर को सूचना दी। इसके बाद सेक्शन इंजीनियर रोशन सिंह की ओर से अज्ञात जनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है। 2 महीने में सामने आए ये मामले
इससे पहले 2 अक्टूबर को बीकानेर शहरी क्षेत्र में चौखूंटी ओवरब्रिज के नीचे रेल पटरी की जॉइंट प्लेट खुली मिली थी। यहां जागरुक लोगों के शोर मचाने पर प्लेट खोल रहे युवक भाग छूटे थे। 8 सितंबर की रात अजमेर के सरधना और बांगड़ ग्राम रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर सीमेंट के ब्लॉक रखकर ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश हुई थी। ट्रेन का इंजन सीमेंट ब्लॉक को तोड़ते हुए आगे निकल गया था। हालांकि, बड़ा हादसा टल गया था। 28 अगस्त को बारां के छबड़ा में मालगाड़ी के ट्रैक पर बाइक का स्क्रैप फेंका गया था। मालगाड़ी का इंजन बाइक के कबाड़ से टकरा गया था। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई थी। 23 अगस्त को पाली में अहमदाबाद-जोधपुर वंदे भारत एक्सप्रेस के ट्रैक पर सीमेंट के ब्लॉक रखे गए थे। लेकिन, कोई जनहानि नहीं हुई थी।