जानकारी के अनुसार अवसाद ग्रस्त आरोपी रेखा के चेहरे पर बेटी की हत्या के बाद जरा भी शिकन नहीं दिखी। हालांकि पुलिस अधिकारी उसे संजना के घायल होने की बात बताते रहे, लेकिन संजना बार-बार कहती रही कि उसने बेटी को मार दिया है। इससे अब उसके बड़े पुत्र निकेन्द्र सिंह (16 वर्ष) के दिल की बीमारी ठीक हो जाएगी। आरोपी ने पुलिस से दोनों पुत्रों से मिलाने की बात भी कई बार कही।
निर्दयी मां: बेटी का गला घोंटा, छोटे पुत्र ने भागकर बचाई जान
साथ ही पति शिवराज सिंह हाड़ा को फोन मिलाने की बात दोहराती रही। उल्लेखनीय है कि रेखा ने 5 नवम्बर की प्रात: पुत्री संजना के गले में साफी डाल उसे निर्दयता से मार डाला था। चश्मदीद पड़ोसियों के अनुसार जब छोटे पुत्र सिंघम हाड़ा की चीख पुकार के बाद वह मौके पर पहुंचे तो रेखा अपनी बेटी के गले पर पैर रख साफी का फंदा खींच रही थी। उसने पड़ोसियों पर भी हमले का प्रयास किया। घटना से पहले रेखा ने 11 वर्षीय पुत्र सिंघम को कमरे में बंद कर दिया लेकिन वह बहाना बना भाग छूटा। साथ ही एक सप्ताह पहले पति भी रात्रि को जाग जाने के कारण उसके हमले से बचा।
मां ने मासूम बेटी की चढ़ाई बलि : मासूम बेटी के गले पर पैर रख साफी का फंदा खींचती रही
बड़े बेटे से करती है अधिक प्यार
पुलिस को दिए बयान में आरोपी महिला रेखा ने बताया कि वह बड़े पुत्र निकेन्द्र से अत्यधिक प्यार करती है जो दिल की बीमारी से पीडि़त है। ऐसे में उसने बार बार परिवार के सदस्य की बलि चढ़ाने जैसे सपनों के वशीभूत हो अपनी बेटी का गला घोंट दिया जिससे बेटा निकेन्द्र ठीक हो जाए।