बारां. जल्द ही बारां जिले के पुलिस जवान दुनिया की सर्वश्रेष्ठ राइफल एके 47 और एसएलआर जैसे अत्याधुनिक हथियारों से लैस नजर आएगी। पुलिस को 303 और इसके जैसे कई पुराने हथियारों से छुटकारा मिलेगा। जिले के करीब 1200 पुलिस जवान रामगढ़ की पहाडिय़ों में इन दिनों अत्याधुनिक हथियारों का संचालन व इससे निशाना साधने का प्रशिक्षण ले रहे हैं। प्रशिक्षण की देखरेख पुलिस मुख्यालय जयपुर के निर्देशानुसार आला अधिकारी कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में प्रति वर्ष दिसम्बर माह में चांदमारी यानी निशानेबाजी का शिविर लगाकर जवानों को अत्याधुनिक हथियारों को चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
एक पखवाड़े तक चलेगा यह प्रशिक्षण जिले के रामगढ़ क्षेत्र के पहाड़ी इलाके में 16 से शुरु किया गया हथियार चलाने का प्रशिक्षण 31 दिसम्बर तक जारी रहेगा। करीब एक पखवाड़े तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में पुलिसकर्मी अत्याधुनिक हथियार चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।
ये चलाना सीख रहे चांदमारी के तहत पुलिस विभाग के कांस्टेबल से लेकर पुलिस अधिकारी तक को अलग-अलग हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत प्रतिदिन करीब 50 से अधिक पुलिसकर्मियों को 20-20 राउण्ड फायरिंग का अभ्यास करवाया जा रहा है। पुलिस जवानों को जहां एसएलआर चलाने का अभ्यास करवाया जा रहा है, तो वहीं पुलिस अधिकारी पिस्टल चलाने का सटीक अभ्यास कर रहे हैं। साथ ही स्पेशल यूनिट को एके 47 जैसे अन्य आधुनिक हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
ये हथियार शामिल पूर्व में जहां पुलिस राइफल का उपयोग करती थी, अब उसके स्थान पर एसएलआर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह हल्की व आकार में छोटी होने के कारण इस्तेमाल में आसान है। वहीं एके 47, एमपी-5, इन्सास, पिस्टल, 12 बोर पम्प एक्सनगन आदि हथियारों का प्रशिक्षण पुलिस जवानों व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। चांदमारी प्रशिक्षण में सभी पुलिसकर्मियों व अधिकारियों को शामिल होना आवश्यक होता है। जिले के 21 थानों तथा 32 पुलिस चौकियों के करीब 1200 पुलिसकर्मी व अधिकारी यहां पर हथियार चलाने का प्रशिक्षण ले रहे हैं। प्रशिक्षण में लिपिकीय वर्ग को भी भाग लेना होता है। इसके चलते जिले के सीईओ, एएसपी तथा एसपी कार्यालय के पुलिसकर्मी शनिवार तथा रविवार को प्रशिक्षण ले रहे हैं।
समझ रहे हथियारों की तकनीकी बारीकियां पुलिस फायरिंग का प्रशिक्षण प्रशिक्षक हारमोरर ललित कुमार शर्मा तथा एसआई भंवर शक्तावत की देखरेख में दिया जा रहा है। जहां प्रशिक्षक पुलिसकर्मियों को हथियारों को चलाने व रखने की बारिकियों के साथ ही इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में तकनीकी रुप से बता रहे हंै। जरुरत पडऩे पर तत्काल हथियार को एक्शन मोड में लेकर कैसे इसका उपयोग किया जाए। साथ ही क्या-क्या सावधानियां बरती जाएं।
एएसपी ने लिया जायजा, दिए निर्देश चांदमारी प्रशिक्षण के दौरान रविवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी ने शिविर में पहुंचकर निशानेबाजी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा मौजूद पुलिसकर्मियों व प्रशिक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार चांदमारी का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत प्रति वर्ष पुलिसकर्मियों को हथियार चलाने का अभ्यास करवाया जाता है। फायरिंग शिविर 31 दिसम्बर तक आयोजित किया जाएगा। इससे पुलिसकर्मियों की फिटनेस और किसी भी आपात स्थिति में हथियार चलाने का कौशल बेहतर होता है।
राजकुमार चौधरी, एसपी, बारां