ठंड में मासूम नौनिहालों का जमीन पर बैठकर पढ़ना पेशे से अधिवक्ता शिवराज यादव को बिल्कुल नागवार गुजरा….
•Jan 28, 2019 / 12:09 pm•
Abhishek Gupta
बाराबंकी. दिन तो सभी खास होते हैं लेकिन इस बार 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के दिन प्राथमिक विद्यालय मुनीमाबाद के बच्चों के लिए मानों खुशियों का पिटारा खुल गया हो।
जिले के विकास खण्ड बंकी में स्थित प्राथमिक विद्यालय मुनीमाबाद में पढ़ने वाले बच्चे अब काफी स्पेशल महसूस कर रहे हैं और ऐसा हो भी क्यों न। आखिर वह भी अब किसी प्राइवेट स्कूल के बच्चों की तरह सीट और बेंच पर बैठकर पढ़ाई जो करेंगे।
दरअसल इस विद्यालय के बच्चों को बैठने के लिए सीट-बेंच मुहैया करा दी गई है। अभी तक स्कूल में सीट-बेंच न होने के चलते बच्चे जमीन पर दरी बिछाकर बैठने को मजबूर थे।
इस कड़ाके की ठंड में मासूम नौनिहालों का जमीन पर बैठकर पढ़ना पेशे से अधिवक्ता और हमेशा समाजिक कार्यों से जुड़े रहने वाले शिवराज यादव को बिल्कुल नागवार गुजरा और उन्होंने बच्चों को सीट-बेंच देने का बीड़ा उठाया।
सीट बेंच पाकर स्कूल के बच्चों के चेहरे खुशी से ऐसे खिल उठे, मानों उन्हें दुनियाभर की खुशी मिल गई हो। इस मौके पर स्कूल का स्टाफ और गांव में बच्चों के अभिभावक भी काफी खुश दिखे।
उनका कहना है कि अगर साभी लोगों की सोच शिवराज यादव की तरह हो जाए तो अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने से कभी नहीं कतराएंगे।
Hindi News / Photo Gallery / Barabanki / असली गणतंत्र: इस प्राइमरी स्कूल में बच्चों को जमीन पर बैठने से मिला छुटकारा, सीट-बेंच पाकर खिल उठे उनके चेहरे