बंद रहेंगे लोधेश्वरा महादेवा मंदिर के कपाट बाराबंकी के रामनगर तहसील क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध लोधेश्वर महादेव मंदिर में सावन के दिनों में जलाभिषेक के लिए एक दिन पहले लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। जिस भीड़ को कंट्रोल करना और उनमें कोरोनवा गाइडलाइंस का पालन कराना पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण रहता है। इसके अलावा बीते एक अगस्त की रात पुलिस-प्रशासन की लापरवाही और बदइंतजामी के चलते मंदिर परिसर में भगदड़ के दौरान दो श्रद्धालुओं की तालाब में डूब कर मौत भी हो गई थी। जिसके चलते भी जिला प्रशासन और मंदिर कमेटी ने सावन के शेष बचे सोमवारों को मंदिर के कपाट बंद रखने का फैसला लिया है।
माइक और लाउडस्पीकर से दी गई सूचना मंदिर के कपाट बंद करने की सूचना को लेकर पुलिस-प्रशासन ने माइक और लाउडस्पीकर से अलाउंस करवया और श्रद्धालुओं को मन्दिर में जलाभिषेक करने न आने की सूचना दी गई। इसके साथ ही रामनगर की सीमाओं पर दीसरे जनपदों से महादेवा की ओर आने वाले श्रद्धालुओं को बैरियर से वापस लौटाया जा रहा है। मंदिर परिसर के पूरे इलाके में 20 से ज्यादा बैरियर लगाकर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को रास्ते से ही लौटाया जा रहा है।
कोविड गाइडलाइंस का नहीं हो पाता पालन वहीं रामनगर के एसडीए राजीव कुमार शुक्ला ने बताया कि सावन के सोमवार को जलाभिषेक के लिए लाखों शिवभक्त जुटते हैं। इस भारी भीड़ के बीच कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं कराया जा सकता। इसलिए सावन के बचे हुए सोमवार को मंदिर बंद रखने का फैसला लिया गया है। मंगलवार से फिर सामान्य दिनों की तरह मंदिर के कपाट खोल दिये जाएंगे।