समाजवादी पार्टी के टिकट पर रामसागर रावत ने वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह बीजेपी प्रत्याशी उपेंद्र सिंह रावत से चुनाव हार गये थे। इससे पहले वह वर्ष 1989, 1991, 1996 और 1999 में बाराबंकी लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। रामसागर रावत के सुपुत्र राम मगन रावत भी 2 बार समाजवादी पार्टी से विधायक रह चुके हैं। दिग्गज नेता का जिला पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।