कोरोना वाइरस के संक्रमण से बंदियों को बचाने के लिए प्रदेश की वह सभी जेलों में भी मास्क बनाने का काम शुरू हो गया है। जिन जेलों में सिलाई यूनिट हैं वहां के कैदी मास्क तैयार करने का काम कर रहे हैं। इसी क्रम में बाराबंकी जेल में भी मास्क बनाने का काम शुरू हो गया है। बाराबंकी के साथ ही प्रदेश की कई और जेलों में भी कैदी मास्क बना रहे हैं। जेल प्रशासन के मुताबिक कोरोना के संक्रमण से बंदियों को बचाने के लिए यह मास्क तैयार किए जा रहे हैं। अगर जेल को अधिक मास्क बनाने का कहीं से आर्डर मिलता है तो कैदियों द्वारा तैयार किए गए मास्क की बाहर आपूर्ति भी की जाएगी।
मास्क बनाने वाले कैदी रमेश ने बताया कि हम चाल लोग मिलकर जेल के कैदियों और कर्मचारियों के लिए मास्क बना रहे हैं। जिससे सभी कोरोना वायरस से बचाव कर सकें। इसके साथ ही जो ज्यादा मास्क होंगे उसे बाहर भी भेजा जाएगा।
बाराबंकी जेल अधीक्षक आरके जायसवाल के मुताबिक जेल में लगी सिलाई मशीन उद्योग में मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। मास्क बनाने के लिए पांच पुरुष कैदी लगाए गए हैं। यह कैदी रोजाना 200 मास्क तैयार करेंगे। इसकी कीमत करीब तीन से पांच रुपए की होगी। यग मास्क जेल के कैदियों और स्टाफ को मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा।