दूसरी ओर, चिकित्सक हो या नर्सिंग स्टाफ, यहां अनुभवी और जिम्मेदार मौजूद हैं, लेकिन उन पर कोई जिम्मेदारी नहीं है, वहीं नए और युवाओं को ही प्रभार सौंपे हुए हैं। इसके चलते छोटी-बड़ी दिक्कत पर जवाबदेयी उन्हीं पर डालकर बचने-बचाने का सिलसिला चल रहा है। इस बारे में सीएमएचओ डॉ. एचएल ताबियार का कहना है कि जिला मुख्यालय के एमजी अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ की कमी से बड़ा संकट नहीं है। हमारी तरफ से पूरा सहयोग किया जा रहा है। चार और स्टाफ सदस्य मुहैया करवाए हैं। शनिवार के मुआयने में मिस मैनेजमेंट झलकने पर स्पष्ट कहा भी था कि जिम्मेदारियां सुनिश्चित कर सभी अपनी ड्यूटी करें। इस बारे में पीएमओ से फिर बात करेंगे और शिकायतें सामने आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।