थानाधिकारी देवीलाल ने बताया कि ग्राम पंचायत बड़लिया के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में 6 नवंबर से चार दिवसीय 66वीं जिलास्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता चल रही थी। इसमें जाम्बुड़ी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से आई टीम को स्कूल के कमरे में ठहराया हुआ था। बुधवार को फाइनल में हार के बद जाम्बुड़ी की टीम ने वापसी की तैयारी की। फिर जीप से सभी रवानगी करने ले।
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इसी बीच, क्षेत्र के कुछ छात्र सामने आए और गाड़ी पर पथराव कर दिया। मौके पर जीप में बैठे छात्रों के साथ मारपीट भी हुई। इसमें एक खिलाड़ी रौनक पुत्र कैलाशचंद्र को चोटें आईं, वहीं बीच बचाव करेन आए महेश पुत्र मणिलाल भी जख्मी हुआ। मामले को लेकर जाम्बुड़ी के टीम प्रभारी वरिष्ठ अध्यापक केशवलाल वडेरा ने रिपोर्ट दी है। इस पर जीतेंद्र चरपोटा सहित 15 जनों पर बलवा और हमला कर तोडफ़ोड़ और चोटें पहुंचाने के लिए आरोप में केस दर्ज किया गया। प्रकरण में एक आरोपी से पुलिस पूछता कर रही है।
इसलिए हुआ बखेड़ा
जाम्बुडी टीम के खिलाड़ी वैभव गरासिया के अनुसार उसकी टीम तीन दिन से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बड़लिया के कमरों में रह रही थी। दो दिन पहले कुछ स्थानीय युवाओं ने आकर कमरा खाली करने की बात कर डराया-धमकाया। उन्होंने इसकी अनदेखी की। फिर बुधवार को मैच में हार के बाद वे किराए पर मंगवाई जीप से लौटने लगे तो कुछ दूरी पर वे ही युवा फिर सामने आ गए और हमला कर दिया। पथराव से उनकी गाड़ी के शीशे फूट गए, वहीं मारपीट मे एक साथी चोटिल हुआ। खिलाडिय़ों को अपने बैग आगे कर बचाव करना पड़ा। बाद में स्कूल के शिक्षकों ने घायलों को अस्पताल ले जाकर उपचार करवाया।
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सरपंच पति ने एक हमलावर को पकड़ा
टीम प्रभारी केशवलाल वडेरा के अनुसार स्कूल के कमरे पर आकर धमकाने वाले युवा शराबी थे। आकर विवाद करने पर उन्होंने विद्यालय प्रशासन से शिकायत की तो समझाइश की गई। इसके बाद वापसी के समय हमले पर सरपंच पति ने हमलावरों का पीछा किया, तो एक आरोपी हाथ आ गया। उसे बाद में विद्यालय प्रशासन को सौंप दिया गया।