इसी बीच, पीछे से आते बेलोरो पिकअप वाहन ने उन्हें चपेट में ले लिया। हादसे में बाइक समेत कुचलकर वे सडक़ की पटरी से नीचे बबूल की झाडिय़ों में जा गिरे। इत्तेफाक रहा कि उनका एक साथी चंद्रप्रकाश पीछे बाइक पर आ रहा था। उसने आसपास के ग्रामीणों की मदद से जैसे-तैसे गंभीर घायल राजपूत को बांसवाड़ा के निजी अस्पताल पहुंचाया। यहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
इस बीच, हादसे की सूचना पर घाटोल थानाधिकारी राजवीरसिंह मय जाब्ता पहले मौके पर और फिर बांसवाड़ा पहुंचे। यहां एमजी अस्पताल की मोर्चरी शव लाने के बाद मृतक के बड़े भाई खांदू कॉलोनी निवासी रामप्रसाद सिंह ने पिकअप वाहन नंबर के आधार पर रिपोर्ट दी। मामले में थानाधिकारी सिंह ने बताया कि पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया।
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देर शाम होने से पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। शव मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया गया है। अग्रिम कार्रवाई रविवार सुबह होगी। गौरतलब है कि मृतक का परिवार मूलत: उत्तरप्रदेश के फतेहपुर का है, जो करीब चार दशक से बांसवाड़ा में बसा हुआ है। मृतक के दो बच्चे हैं।