नए वार्डों पर दारोमदार : – हाल ही में राज्य सरकार ने निकायों का परिसीमन किया है, जिसके तहत बांसवाड़ा नगर परिषद में वार्डों की संख्या 45 से 60 हो गई है। ऐसे में अब किस पार्टी का मुखिया बनेगा, इसका कुछ हद तक दारोमदार नए वार्डों पर भी निर्भर करेगा। वहीं जिले में नवगठित नगरपालिका परतापुर-गढ़ी में भी 25 वार्डों में चुनाव होंगे। गौरतलब है कि वर्ष 2009 में पहली बार हुए सभापति के सीधे चुनाव में कांगे्रस ने बाजी मारी थी। कांगे्रस के राजेश टेलर ने भाजपा के प्रत्याशी भगवतपुरी को हराया था। उस समय कुल 40 वार्ड थे, जिसमें कांगे्रस के 26, भाजपा के 12 प्रत्याशी पार्षद चुने गए थे। दो निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे।
सुबह से इंतजार : – केबिनेट की बैठक में निकाय चुनाव को लेकर होने वाले निर्णय को लेकर राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों और चुनाव लडऩे वाले दावेदारों को सुबह से इसका इंतजार रहा। बैठक में किए निर्णय के बाद सभापति पद के आरक्षण की लॉटरी को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। इस बार बांसवाड़ा नगर परिषद में सभापति पद के लिए सामान्य पुरुष, जनजाति पुरुष और अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए लॉटरी निकलनी है।