scriptप्लास्टिक की छोटी डिबिया के कारण चौदह महीने के बेटे की दर्दनाक मौत, 18 साल की मन्नतों के बाद जन्मा था | Rajasthan Banswara News baby-dies-after-swallowing-vick-cap-in-banswara death-due-to-medical-negligence | Patrika News
बांसवाड़ा

प्लास्टिक की छोटी डिबिया के कारण चौदह महीने के बेटे की दर्दनाक मौत, 18 साल की मन्नतों के बाद जन्मा था

Medical Negligence: अचानक उसकी सांस भरने लगी। उसकी हालत देखकर परिवार दहल गया। तुरंत ही सरेड़ी बड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चे को ले जाया गया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

बांसवाड़ाDec 17, 2024 / 11:32 am

JAYANT SHARMA

Medical Negligence: बांसवाड़ा जिले के लोहारी थाना इलाके में रहने वाले चौदह महीने के मानविक का आज परिवार अंतिम विदाई दे रहा है। खेल-खेल में जरा सी लारवाही के कारण उसकी सांसे अटक गई और जान चली गई। प्लास्टिक की एक छोटी डिबिया से खेलने के दौरान उसका ढक्कन गले में फंसने से उसकी जान चली गई। अस्पताल ले गए लेकिन वहां चिकित्सक नहीं मिले इस कारण परिवार और समाज गुस्से में है।
दरअसल सरेड़ी बड़ी के निवासी सरकारी टीचर हीरेन के घर यह घटना घटी है। वे अपने परिवार के साथ कल रात अपने घर में थे। दो बेटियों के पिता हीरेन के घर 18 साल के बाद बेटा जन्मा था, जिसका नाम मानविक रखा गया था। वह पूरे परिवार का लाड़ला था। कल रात वह एक प्लास्टिक की डिबिया से खेल रहा था। अचानक उसकी सांस भरने लगी। उसकी हालत देखकर परिवार दहल गया। तुरंत ही सरेड़ी बड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चे को ले जाया गया। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
बाद में पता चला कि अस्पताल में दो डॉक्टर और पूरा स्टाफ रहना चाहिए था, लेकिन वहां पर एक नर्स और चपरासी ही था। बच्चे की जान बचाने के लिए उसे बांसवाड़ा जिला अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही मासूम ने दम तोड़ दिया। बाद में जब परिवार के लोगों को पता चला कि उन्होनें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेंं भीड़ लगा दी और विरोध किया। बाद में अधिकारी वहां पहुंचने और हालात काबू में किए। इस घटना के बाद परिवार ही नहीं पूरे समाज और कस्बे में शोक छाया हुआ है।

Hindi News / Banswara / प्लास्टिक की छोटी डिबिया के कारण चौदह महीने के बेटे की दर्दनाक मौत, 18 साल की मन्नतों के बाद जन्मा था

ट्रेंडिंग वीडियो