बांसवाड़ा. पर्युषण पर्व के समापन के बाद जैन समाज में रथोत्सव का उल्लास छाया हुआ है। रविवार को शहर सहित जिले के विभिन्न स्थानों पर समाज की ओर से रथ निकाले गए, जिसमें बड़ी संख्या में समाजजन सम्मिलित हुए। महिलाओं और पुरुषों ने डांडिया खेला।
शहर के खांदू कॉलोनी से दोपहर में रथ निकाला गया। श्रीजी के जयकारों के साथ इसकी शोभायात्रा आरंभ हुई। आगे बैंड पर धार्मिक गीतों की स्वर लहरियां गुंजायमान रहीं। वहीं पीछे समाजजन चल रहे थे। इसमें श्रद्धालु श्रीजी को विराजित कर गंधकुटि कांधों पर लिए हुए थे और पीछे काष्ठ निर्मित रथ चल रहा था। शोभायात्रा कॉलोनी के परम्परागत मार्ग से होकर पुन: निज मंदिर पहुंची। सोमवार को भी यहां रथ निकाला जाएगा।
गंधकुटि की शोभायात्रा
वासुपूज्य मंदिर से भगवान को गंधकुटि में विराजित कर शोभायात्रा निकाली गई। यह आजाद चौक, सदर बाजार, पीपली चौक, मटावाव होते हुए गांधीमूर्ति पहुंची। पृथ्वी क्लब में भगवान की पूजा और महाआरती हुई। यहां स्वामी वात्सल्य रमेशचंद पंचौरी, निलेश पंचोरी की ओर से हुआ। इसके पश्चात भगवान की शोभायात्रा पीपली चौक, पैलेस रोड, महालक्ष्मी चौक होते हुए निज मंदिर पहुंची। प्रवक्ता शैलेंद्र वोहरा ने बताया कि इसमें समाज अध्यक्ष बदामीलाल वोरा, महामंत्री मनोज सिंघवी, राजमल जैन, महेंद्र जैन, महिपाल मेहता, शैलेश जैन, अशोक भंवरा, वीरेंद्र वोरा, भंवरलाल तलाठी, सेवालाल वोरा, नानालाल बोहरा आदि उपस्थित रहे। महिलाओं व युवाओं ने डांडिया रास एवं गरबा खेला।
आज भी निकलेगा रथ
इधर, सोमवार दोपहर बाद दो बजे आदिनाथ मंदिर महालक्ष्मी चौक से रथ निकाला जाएगा। अध्यक्ष पंकज कुमार गांधी ने बताया कि यह परम्परागत मार्ग से होकर शाम छह बजे गांधीमूर्ति पहुंचेगा। रात्रि में यहीं रहेगा। साढ़े सात बजे महाआरती व फूलमाला की बोली लगाई जाएगी। समाज की ओर से लाभार्थी परिवार का अभिनन्दन किया जाएगा। रात्रि पौने नौ बजे श्रीजी की आरती की जाएगी। 13 सितंबर को गांधीमूर्ति से पुन: रथ निकाला जाएगा, जो नगर भ्रमण के बाद निज मंदिर पहुंचेगा, जहां उसे भंडार किया जाएगा।