झमाझम बारिश का दौर देर रात तक चलता रहा। मूसलाधार बारिश से लोग जहां थे, वहीं थम गए। बाजार में लोगों ने बारिश से बचने के लिए घरों और दुकानों के छज्जों की ओट ली। लगातार तेज बारिश के चलते शहर के भीतरी बाजारों महालक्ष्मी चौक, आजाद चौक, सब्जी मंडी, क्रॉकरी मार्केट आदि निचले इलाकों में दो से ढाई फीट तक पानी एकत्र हो गया। मूसलाधार बारिश के कारण पाला क्षेत्र में नई आबादी, क्रॉकरी मार्केट और सब्जी मंडी वाले इलाकों से तो आवाजाही ही बंद हो गई। इसके अतिरिक्त विभिन्न कॉलोनियों से गुजर रहे नाले भी उफन गए। इस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
यहां इतनी बारिश सोमवार सुबह आठ बजे तक सज्जनगढ़ में 49 व सल्लोपाट में 48 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। कुशलगढ़ में 39, गढ़ी में 22, केसरपुरा में 15, शेरगढ़ में 14, बागीदौरा में 13, बांसवाड़ा में 11, घाटोल में 10, जगपुरा में 7, भूंगड़ा में 6, लोहारिया में 4 व दानपुर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं शाम साढ़े पांच बजे तक बांसवाड़ा में छह, केसरपुरा में 15, घाटोल में दो, भूंगड़ा में तीन, गढ़ी में आठ, अरथूना में छह, बागीदौरा में 27, शेरगढ़ में 258, सल्लोपाट में दो, कुशलगढ़ में 30 और सज्जनगढ़ में 17 मिमी बारिश दर्ज की गई।
फिर उफनी माही से जलधार ( mahi dam in banswara ) इधर, माही बांध में पानी की आवक बढऩे के बाद सभी 16 गेट खोल दिए गए हैं। सोमवार रात आठ बजे तक माही बांध में 2 लाख 81 हजार 419 क्यूसेस प्रति सैकण्ड की रफ्तार से पानी की आवक हो रही थी और 11 गेट चार मीटर, तीन गेट साढ़े तीन मीटर और दो गेट डेढ़ मीटर खोलकर 2 लाख 84 हजार 95 क्यूसेस की रफ्तार से जल निकासी की गई। इससे पहले सोमवार सुबह सात बजे तक बांध के दो ही गेट आधा मीटर खुले थे। इसके बाद जल आवक बढऩे पर नौ बजे चार गेट खोले।
लगातार आवक होने पर दस बजे आठ गेट 50 सेमी खोलकर 24240 क्यूसेस निकासी की गई। दोपहर 12 बजे 12 गेट खोले गए। दोपहर में आवक 29 हजार 934 क्यूसेस की रफ्तार से हो रही थी और 36360 क्यूसेस की निकासी की जा रही थी। लगातार जल आवक के चलते एक बजे सभी 16 गेट आधा मीटर खोल दिए गए। दोपहर दो बजे तक आठ गेट एक मीटर और आठ गेट आधा मीटर खोले गए। साढ़े तीन बजे 12 गेट एक मीटर और चार गेट डेढ़ मीटर, शाम चार बजे 14 गेट डेढ़ मीटर और दो गेट एक मीटर खोले गए।