बांसवाड़ा

राजस्थान के इस जिले में सोना ही सोना, अब निकालने का काम होगा शुरू; मालामाल होने वाला है प्रदेश

कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और झारखंड के बाद राजस्थान चौथा प्रदेश होगा जो स्वर्ण खनन करने जा रहा है। रतलाम की एक फर्म ने 65.30 प्रतिशत बोली लगाकर यह कार्य लिया है।

बांसवाड़ाNov 25, 2024 / 12:12 pm

Lokendra Sainger

Banswara News: जनजाति बहुल क्षेत्र बांसवाड़ा में 114.76 मिलियन टन स्वर्ण खनन का रास्ता साफ हो गया है। खनन का ठेका लेने वाली फर्म ने सरकार को 100 करोड़ रुपए जमा करा दिए हैं। साथ ही एलओआइ (मंशा पत्र) के लिए आवेदन कर दिया है। कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और झारखंड के बाद राजस्थान चौथा प्रदेश होगा जो स्वर्ण खनन करने जा रहा है। रतलाम की एक फर्म ने 65.30 प्रतिशत बोली लगाकर यह कार्य लिया है। फर्म ने उद्योग विभाग के साथ 8 हजार करोड़ का एमओयू किया है। एलओआइ के लिए आवेदन से पहले जरूरी 100 करोड़ जमा करा दिए। उदयपुर स्थित खनिज निदेशालय से सरकार को एलओआइ के लिए फाइल भेज दी है।
फर्म का दावा है कि जैसे ही एलओआइ हासिल होगा 6 माह में काम शुरू कर दिया जाएगा। खनन करने से पहले कई एनओसी लेनी होगी। साथ ही जमीनों का अधिग्रहण और अन्य काम होने हैं। गौरतलब है 6 मार्च 2024 को सरकार ने खनन के लिए नीलामी की थी। इसके लिए 5 फर्म ने हिस्सा लिया।

सोना निकलने में लगेंगे 4-5 साल

घाटोल क्षेत्र के भूकिया व काकरिया में 943 हेक्टेयर में खनन होगा। स्वर्ण भंडार की जानकारी सामने आने के बाद खनन कंपनी तय करने में करीब 33 साल का समय लग गया, वहीं सोना निकलने में करीब 4 से 5 साल और लगेंगे। साथ ही बांसवाड़ा स्वर्ण खनन करने वाले देश के 4 चुनिंदा राज्यों में शामिल हो जाएगा। बांसवाड़ा में सोना रेत के छोटे-छोटे कण रूप में मिला है।
वर्ष 1990-91 में यहां का सर्वे किया था। इसमें स्वर्ण के संकेत मिले थे। इस पर 69.658 वर्ग किमी के तीन ब्लॉक एक्सप्लोरेशन के लिए आरक्षित कर भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण किया गया। एक्सप्लोरेशन के दौरान 15 ब्लॉकों में 171 बोर होल्स में 46037.17 मीटर ड्रिलिंग की गई थी। विश्लेषण से पता चला कि 14 ब्लॉकों में 1.945 ग्राम प्रति टन के लगभग 114.76 मिलियन टन सोने के भंडार मौजूद है।
यह भी पढ़ें

16 साल बाद इस सीट पर BJP ने जीता चुनाव, कांग्रेस की जमानत जब्त होने पर बोले डोटासरा

14 वर्ग किमी में भंडार

भुकिया-जगपुरा के 14 वर्ग किमी में स्वर्ण भंडार है। यहां अन्वेषण में 114.76 मिलियन टन स्वर्ण अयस्क में स्वर्ण धातु की मात्रा 222.39 टन आंकी गई है। 1 लाख 74 हजार टन से अधिक तांबा और 9700 टन से अधिक निकल और 13500 टन से अधिक कोबाल्ट भी निकलेगा।
बांसवाड़ा में स्वर्ण खनन को लेकर सभी प्रकार की कार्यवाही मुख्यालय से ही की जाएगी। फर्म ने 100 करोड़ रुपए जमा कर दिया है। अब फर्म को एलओआइ जारी होनी है। इसके बाद ही फर्म आगे का कार्य शुरू कर पाएगी।- गौरव मीणा, खनिज अभियंता

Hindi News / Banswara / राजस्थान के इस जिले में सोना ही सोना, अब निकालने का काम होगा शुरू; मालामाल होने वाला है प्रदेश

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.