वीडियो में दोनों उलझते दिख रहे हैं। दोनों मस्टररोल फाड़ने की बात पर भी आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। वीडियो में पालिकाध्यक्ष यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि 260 रुपए में श्रमिकों को खरीद नहीं लिया है। रोजगार गारंटी कहते किसको हैं। श्रमिक काम कर रहे हैं, मैं आपको दिखा सकता हूं। मैं चुनाव में एक करोड़ रुपए खर्च कर अध्यक्ष बना हूं, मैं आपसे पैसे नहीं मांग रहा हूं। मैंने मस्टररोल तालाब में फेंक दिए हैं। अपनी जेब से श्रमिकों को पैसे दे दूंगा।
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मस्टररोल क्यों फाड़ दिए, आप मुझ पर अहसान नहीं कर रहे
इसके जवाब में ईओ वीडियो में यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि योजना में काम तो करना पड़ेगा। आप हर बात में जिद क्यों कर रहे हैं। मस्टररोल क्यों फाड़ दिए थे। आप मुझ पर अहसान नहीं कर रहे हो। वायरल वीडियो के संबंध में ईओ नायक ने कहा कि श्रमिकों के नियोजन को लेकर कहासुनी हुई थी। अध्यक्ष आवेश में आ गए थे। पालिकाध्यक्ष से संपर्क का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो पाई।